जयपुर, 8 दिसम्बर। राज्य सरकार ने भाषा एवं पुस्तकालय विभाग के अधीन संचालित प्रदेश के 35 पुस्तकालयों का नामकरण पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम से किए जाने के आदेश जारी किए हैं।
शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने बताया कि प्रदेश में संचालित राजकीय केन्द्रीय, मंडल, जिला तथा पंचायत समिति के 35 पुस्तकालयों को भविष्य में उनके स्थानों के साथ राजकीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय सार्वजनिक पुस्तकालय के नाम से जाना जाएगा।
उन्हाेंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जारी आदेशाें के अनुसार बीकानेर, कोटा तथा अजमेर स्थित राजकीय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालयों को अब राजकीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय सार्वजनिक मंडल पुस्तकालय के नाम से जाना जाएगा।
देवनानी ने बताया कि इसी प्रकार राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय किशनगढ (अजमेर), नागौर, अलवर, बूंदी, बांरा, नोखा (बीकानेर), रावी तलाई (बांसवाडा), दौसा, झुन्झुनू, सीकर, सवाईमाधोपुर, धौलपुर, प्रतापगढ, राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय, खेतड़ी (झुंझुनूं), राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय, सलूम्बर (उदयपुर), डूंगरपुर, राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय, नाथद्वारा (राजसमंद), चित्तौडगढ, राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय, बिलाड़ा (जोधपुर), बाडमेर, जालोर, जैसलमेर, हनुमानगढ, चूरू, श्रीगंगानगर, भीलवाड़ा, राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय, रामगंजमंडी (कोटा), राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय, डीग (भरतपुर), राजकीय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय करौली को भी अब उनके स्थानों के साथ राजकीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय सार्वजनिक जिला पुस्तकालय के नाम से जाना जाएगा।
इसी प्रकार राजकीय सार्वजनिक पंचायत समिति पुस्तकालय, बाड़ी (धौलपुर), राजकीय सार्वजनिक पंचायत समिति पुस्तकालय, बाली (पाली) तथा राजकीय सार्वजनिक पंचायत समिति पुस्तकालय, भवानी मंडी (झालावाड) को अब राजकीय पंडित दीनदयाल उपाध्याय सार्वजनिक पंचायत समिति पुस्तकालय के नाम से जाना जाएगा।
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