लखनऊ, 7 नवंबर | उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की कवायद में जुटे समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने आड़े हाथ लिया। यहां सोमवार को उन्होंने कहा कि सहारे की जरूरत उसको होती है, जो कमजोर होता है। महागठबंधन बनाने की जो कवायद चल रही है, वह सफल नहीं होगी। लखनऊ में पार्टी कार्यालय में संवाददाताओं सामने पर्चा पढ़ते हुए मायावती ने कहा कि सपा ने गठबंधन की बात कर चुनाव से पहले ही हथियार डाल दिया है।
उप्र में चल रही यात्राओं को लेकर मायावती ने केंद्र व राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अगर काम किया होता तो आज सपा को रथयात्रा की जरूरत नहीं पड़ती। इसी तरह यदि केंद्र सरकार ने काम किया होता तो भाजपा को परिवर्तन यात्रा निकालने की ‘नौटंकी’ नहीं करनी पड़ती।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार यदि कालाधन के 20-20 लाख रुपये आम आदमी के खाते में डाल दें तो अच्छा होगा, लेकिन वह जुमलेबाजी के अलावा और कुछ नहीं कर रही है।
मायावती ने कहा कि प्रदेश की जनता इनके बहकावे में नहीं आएगी। उप्र में बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। जनता इस बार बसपा को वापस लाने का मन बना चुकी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा में भी अपराधियों की भरमार है। केंद्र से लेकर प्रदेश में यदि देखा जाए तो सबसे ज्यादा गुंडे व माफिये भाजपा में ही हैं। अगर किसी को भाजपा की सच्चाई जाननी हो तो पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का इतिहास देख ले। –आईएएनएस
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