दिल्ली, 3 अगस्त | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को आनंदी बेन पटेल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और इस बात को भी स्पष्ट कर दिया कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह राज्य के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे। नए मुख्यमंत्री का चुनाव मौजूदा विधायकों के बीच से होगा और इसके लिए विधायक दल की बैठक गुरुवार को होगी। संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने यहां भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद इसकी घोषणा करते हुए कहा कि अगले मुख्यमंत्रा का चुनाव राज्य के मौजूदा पार्टी विधायकों में से ही होगा।
गुजरात में गुरुवार को राज्य के नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए होने वाली बैठक में शाह भी मौजूद रहेंगे।
बैठक में भाजपा महासचिव सरोज पांडे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी भी केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर मौजूद रहेंगे।
नायडू ने कहा कि आनंदी बेन पटेल बुधवार को गुजरात के राज्यपाल ओ. पी. कोहली से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौपेंगी।
फाइल फोटो: आनंदी बेन पटेल
आनंदी बेन पटेल की ओर से सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की इच्छा जाहिर किए जाने के बाद शाह के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने की अटकलें लगाई जा रही थीं, जिसे भाजपा ने बुधवार को खारिज कर दिया। पार्टी ने बुधवार को आनंदी बेन पटेल के इस्तीफे की पेशकश भी स्वीकार कर ली।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 7 रेस कोर्स में हुई बैठक में आनंदी बेन पटेल के इस्तीफे को स्वीकार किया गया और इस बात को भी स्पष्ट किया गया कि अमित शाह, गुजरात के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे।
नायडू ने भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद कहा, “वह (अमित शाह) भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी ने ऊंचाइयों को छुआ है। पार्टी को उनके नेतृत्व की जरूरत है। राज्य के मुख्यमंत्री का चुनाव मौजूदा पार्टी विधायकों में से ही होगा।”
उन्होंने संवाददाताओं को बताया, “वह (शाह) गुजरात के नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए राज्य के पार्टी विधायकों की होने वाली बैठक की अध्यक्षता करेंगे।”
आनंदी बेन पटेल को देश के कई लोगों के लिए ‘प्रेरणा’ करार देते हुए नायडू ने कहा कि उन्होंने संतोषजनक रूप से गुजरात की मुख्यमंत्री होने की जिम्मेदारी संभाली। उन्होंने कहा कि पटेल ने 75 वर्ष की आयु पूरी होने पर पद छोड़ने की पेशकश कर सभी के सामने एक मिसाल पेश की है।
नायडू ने कहा, “वह पिछले 18 साल से गुजरात सरकार की मंत्री रही हैं। उन्होने काफी संतोषजनक रूप से मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभाला। पार्टी उनके द्वारा राज्य के विकास के लिए किए गए कार्यो की सराहना करती है।”
आनंदी गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं और भाजपा की परंपरा को कायम रखते हुए उन्होंने इस्तीफा देने की इच्छा जाहिर की।
भाजपा की परंपरा के अनुसार, पार्टी के सभी नेता 75 साल की उम्र में पहुंचने पर अपने पद से इस्तीफा दे देते हैं।
–आईएएनएस
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