देहरादून, 29 नवंबर (जस)। मंगलवार को बीजापुर हाउस में आयोजित कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन मंगला माताजी को ‘‘उत्तराखण्ड रत्न’’ से सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि राज्य के विकास में हंस फाउंडेशन, एक पार्टनर के तौर पर काम कर रहा है। विशेष तौर पर शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में इनका अमूल्य योगदान रहा है। श्रद्धेय मंगला माताजी, भोले जी महाराज व हंस फाउंडेशन से जरूरतमंदों के मन में आशा का संचार होता है कि कोई है, जो उनकी मदद के लिए खड़ा है। हंस फाउंडेशन वहां तक पहुंच रहा है, जहां हम भी नहीं पहुंच पाते।
रावत ने मंगला माताजी को बधाई देने के साथ ही उत्तराखण्ड व यहां के जरूरतमंदों की सेवा के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ‘उत्तराखण्ड रत्न’ की परम्परा शुरू करके हमें बड़ी खुशी है। श्रद्धेय मंगला माताजी के सम्मान के साथ, इस परम्परा में एक माईलस्टोन स्थापित हुआ है।
‘उत्तराखण्ड रत्न’ से सम्मानित किए जाने पर मंगला माताजी ने मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में असंख्य लोग पूरे सेवा भाव से राज्य के विकास व गरीबों की मदद में लगे हैं। यह सम्मान उन सभी जानेअनजाने लोगों को समर्पित है जिनके लिए नर सेवा ही नारायण सेवा है। हंस फाउंडेशन शिक्षा, स्वास्थ्य, आपदा प्रभावितों की सेवा में काम कर रहा है और जहां भी राज्य सरकार के सहयोग की आवश्यकता होती है, वहां हमें सरकार से सहयोग मिलता है। मुख्यमंत्री रावत समयसमय पर हमारा मनोबल बढ़ाते हैं।
मंगला माताजी ने ‘उत्तराखण्ड रत्न’ के साथ मिले 5 लाख रूपए की धनराशि में 6 लाख रूपए अपनी ओर से मिलाते हुए स्वास्थ्य के क्षेत्र हेतु सीएम कोष में 11 लाख रूपए की धनराशि प्रदान की।
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