नई दिल्ली, 31 अगस्त | केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक अस्थिरता के मौजूदा दौर में भारत के लिए दोहरे अंकों में विकास दर हासिल करना कठिन होगा। जेटली ने यहां सीएनबीसी लीडरशिप अवार्ड समारोह के दौरान कहा, “चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल में भारत के लिए विकास दर को दोहरे अंकों तक ले जा पाना कठिन होगा और निजी निवेश को अभी और बढ़ाए जाने की जरूरत है।”
वित्तमंत्री ने कहा, “भारतीय अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता बनी हुई है और भारत बड़ी मात्रा में निवेश आकर्षित करने में भी सफल रहा है, लेकिन 9-10 प्रतिशत का विकास दर तभी हासिल किया जा सकता है, जब वैश्विक परिस्थितियां भी अनुकूल हों।”
जेटली ने कहा कि अर्थव्यवस्था के वाहक बेहतर प्रतीत हो रहे हैं और उनमें निरंतरता बनी हुई है, जिससे महंगाई के कम होने की संभावना है और सरकार महंगाई दर को चार प्रतिशत पर बनाए रखने पर काम कर रही है।
जेटली ने कहा कि आने वाले दिनों में महंगाई में कमी आने की संभावना को देखते हुए ब्याज दरों में कटौती असंगत नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि अच्छी मानसूनी बारिश का भी सकारात्मक असर होगा। संसद के मानसून सत्र में पारित वस्तु एवं उत्पाद कर (जीएसटी) विधेयक पर जेटली ने कहा कि अधिकतर राज्य दो सितंबर तक इसे अंगीकार कर लेंगे। –आईएएनएस
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