नई दिल्ली, 9 नवंबर | केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को कहा कि 500 और 1000 रुपये के आमान्य हो चुके नोटों की जगह नए नोट आगामी तीन-चार सप्ताहों में ले लेंगे। डी.डी. न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में जेटली ने कहा, “अगले तीन-चार सप्ताहों में बदले गए सभी नए नोट बाजार में होंगे। हम एक करों का अनुपालन करने वाले समाज बन जाएंगे।”
500 और 1000 मूल्य के सभी नोट मंगलवार की मध्यरात्रि से अमान्य हो गए हैं।
जेटली ने कहा कि सरकार के साहसिक कदम से समानान्तर अर्थव्यवस्था का अंत हो जाएगा।
वित्त मंत्री ने कहा, “समानान्तर अर्थव्यवस्था की कई हानियां हैं। देश की दीर्घकालिक मदद के लिए सरकार ने एक साहसिक कदम उठाया है। अगर अधिक समय दिया गया होता, तो लोग कर चोरी के तरीके ढ़ूंढ लेते।”
उन्होंने कहा कि जिनके पास वैध धन हैं उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
जेटली ने कहा कि इस कदम से अर्थव्यवस्था के नगदी रहित समाज की ओर बढ़ने में मदद मिलने की संभावना है। इससे बैंकों में जमा और आधिकारिक हस्तान्तरण भी बढ़ेंगे।
वित्त मंत्री ने कहा, “जाहिर है कि नगद मुद्रा की आपूर्ति कम होगी। दीर्घकाल में अप्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष, दोनों कर प्रभावित होंगे। प्रत्येक राज्य को लाभ मिलेगा, राजस्व में वृद्धि होगी।”
उन्होंने चेतावनी दी कि यद्यपि बैंक खाते में नगद जमा करने की कोई सीमा नहीं है, लेकिन अगर पैसे बिना हिसाब-किताब के हैं तो कानून अपना काम करेगा। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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