शिमला, 10 मई (जनसमा)। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बुधवार को शिमला जिला की जुब्बल तहसील के अणु में उप-मण्डी का उद्घाटन किया। उन्होंने 2.85 करोड़ रुपये की लागत से अणु में ही बनने वाली उप-मण्डी चरण-2 का भी शिलान्यास भी किया।
इस अवसर पर वीरभद्र ने एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए सरस्वती नगर के लिए उप-तहसील, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सरस्वती नगर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने, थरोला और झड़ग-नकराड़ी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा झगटान और बधाल में स्वास्थ्य उप-केन्द्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने जुब्बल-कोटखाई में एक अग्निशमन चौकी खोलने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अणु में 2.50 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मण्डी से जहां स्थानीय किसानों व बागवानों को सुविधा होगी वहीं क्षेत्र की 18 पंचायतों को अपने उत्पाद के भण्डारण करने की सुविधा भी मिलेगी। यह उप-मण्डी केन्द्र स्थल पर स्थापित की गई है जिससे न केवल क्षेत्र बल्कि साथ लगते उत्तराखण्ड राज्य के किसानों व बागवानों को भी लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में इस तरह की और मण्डियों की आवश्यकता है ताकि किसानों को उनके घर-द्वार के समीप उत्पाद का उचित मूल्य प्राप्त हो सके और बिचौलियों से भी बच सकें। यह सुविधा मिलने से उनके धन और समय में भी बचत होगी तथा लोगों की आर्थिकी में भी बढ़ौतरी होगी।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लोगों को अपनी आय बढ़ाने के लिए फल और सब्जियों के उत्पादन के साथ-साथ बेमौसमी सब्जियों का उत्पादन अपनाने पर भी जोर दिया।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश आज देश के सर्वाधिक विकसित राज्यों में एक है। प्रदेश का जब गठन हुआ था, उस समय मात्र 280 किलोमीटर सड़कें थीं, जबकि आज सड़कों की लम्बाई लगभग 37000 किलोमीटर है, जिनके माध्यम से सभी गांवों व दूर-दराज क्षेत्रों को जोड़ा गया है। हाल ही में हुए सर्वेक्षण में प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में बड़े राज्यों की श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ चुना गया है, जिसका श्रेय प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा क्षेत्र में उठाए गए ठोस कदमों को जाता है। राज्य में इस समय 15500 से अधिक स्कूल और 124 महाविद्यालय हैं, जिनमें से अधिकांश ग्रामीण व दूर-दराज क्षेत्रों में खोला गया है, ताकि विद्यार्थियों को सुविधा मिल सके।
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