शिमला, 12 अगस्त (जस)। हिमाचल प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को यहां कहा कि राज्य सरकार नशे की समस्या को लेकर गम्भीर है और इस समस्या से निपटने के लिए अनेक कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देशानुसार राज्य सरकार हिमाचल को भांग व अफीम मुक्त प्रदेश बनाने के लिए 22 अगस्त से 5 सितम्बर, 2016 तक समूचे प्रदेश में एक व्यापक अभियान आरम्भ करेगी। उन्होंने कहा कि सरकारी तथा निजी भूमि पर भांग व अफीम की खेती लोगों के सामाजिक परिवेश को खतरा है तथा इससे नशीले पदार्थों की तस्करी व अनेक अन्य सामाजिक अपराधों को बढ़ावा मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हाल ही में एक बैठक आयोजित की गई थी। मुख्य सचिव ने अभियान के कार्यान्वयन के लिए अधिकारियों को रूप रेखा तैयार करने के निर्देश दिए थे, जिसके अनुसार अभियान की कार्य योजना तैयार कर ली गई है तथा भांग व अफीम उन्मूलन अभियान के संचालन के लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग को राज्य स्तर पर नोडल विभाग बनाया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य स्तर पर अभियान की समीक्षा एवं अनुश्रवण मुख्य सचिव करेंगे, जबकि जिला स्तर पर उपायुक्त व उपमण्डल स्तर पर एसडीएम अभियान के नोडल अधिकारी होंगे। उन्होंने कहा कि अभियान में पंचायती राज संस्थानों के सभी प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान ग्राम पंचायतों, वन, लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य, कृषि व बागवानी विभागों की भूमि तथा सड़कों के किनारे भांग व अफीम की खेती को नष्ट करने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपमण्डल स्तर पर क्षेत्रीय अधिकारी ‘भांग/अफीम मुक्त भूमि’ का प्रमाण पत्र नोडल अधिकारी को प्रस्तुत करेंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि शिक्षा निदेशक कालेजों तथा स्कूलों को अभियान के दौरान एनएसएस स्वयंसेवकों के माध्यम से भांग व अफीम की खेती को नष्ट करने संबंधी दिशा-निर्देश जारी करेंगे।
(फाइल फोटो)
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