शिमला, 28 फरवरी। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार संकट में है और प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी डांवाडोल होरही है। कुछ विधायक मुख्यमंत्री सुक्खू कार्यशैली से निराश हैं और उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं।
मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे और मौजूदा राज्य सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा दे दिया है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा, ”हमने हमेशा पार्टी का समर्थन किया है… मैं आज बस इतना कहना चाहूंगा कि मेरे लिए इस सरकार में रहना ठीक नहीं है। मैंने फैसला किया है कि मैं कैबिनेट से इस्तीफा दे रहा हूं।”
हिमाचल में कांग्रेस सरकार की नीतियों पर हमला बोलते हुए विक्रमादित्य सिंह ने कहा, ”कहीं न कहीं विधायकों की उपेक्षा की गई है, विधायकों की आवाज को दबाने की कोशिश की गई है, जिसके कारण हम आज इस स्थिति में हैं.” यह मुद्दा पार्टी नेतृत्व के समक्ष उठाया गया था, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
यहां बता दें कि हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में छह कांग्रेस विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को वोट दिया था।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छह विधायकों से बात करने के लिए वरिष्ठ नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और डीके शिवकुमार को तैनात किया है। माना जा रहा है कि ये छह विधायक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कार्यशैली से निराश हैं और उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं।
Follow @JansamacharNews