अबू धाबी में हिन्दी अब अदालत की भाषा बन गई है। वहां के न्याय विभाग में पहले से दो भाषाओं में काम होता रहा है, वे हैं अरबी और अंग्रेजी।
अबू धाबी के न्याय विभाग ने हिन्दी को तीसरी भाषा के रूप में मान्यता दे दी है।
आकाशवाणी के अनुसार लगभग 33 लाख प्रवासी भारतीयों की है जो संयुक्त अरब अमीरात United Arab Emirates में रहते हैं।
इनमें बड़ी संख्या में नीले कॉलर वाले श्रमिक हैं।
अबू धाबी के न्याय विभागके इस कदम से हिंदी भाषियों को मुकदमेबाजी की प्रक्रियाओं, काम करने और रहने के अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में स्थिति को जानने-समझने में मदद मिलेगी।
अबू धाबी सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए एक ट्वीट में राजदूत नवदीप सूरी ने कहा कि यह एक उत्कृष्ट कदम है। इससे निश्चित रूप से भारत के नीले कॉलर श्रमिकों तक न्याय की पहुंच में सुधार होगा।
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