नई दिल्ली, 23 फरवरी। भगवान बुद्ध के चार पवित्र पिपराहवा अवशेष सहित उनके दो शिष्यों- अरहाता सारिपुत्र और अरहाता मौदगल्यायन के अवशेष 22 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ 26 दिवसीय प्रदर्शनी के लिए गुरुवार को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक पहुंचे।
बैंकॉक सैन्य हवाई अड्डे पर पवित्र अवशेषों का थाईलैंड की सरकार में संस्कृति मंत्री सर्मसाक पोंगपनित, थाई अधिकारियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित बड़ी संख्या में भिक्षुओं द्वारा श्रद्धापूर्ण हार्दिक स्वागत किया गया।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार कर रहे हैं।
प्रतिनिधिमंडल में कुशीनगर व औरंगाबाद के सम्मानित भिक्षु, लद्दाख स्थित संस्कृति मंत्रालय व मध्य प्रदेश सरकार के अधिकारी, राष्ट्रीय संग्रहालय के क्यूरेटर, कलाकार और विद्वान शामिल हैं।
इस कार्यक्रम का आयोजन विदेश मंत्रालय, थाईलैंड में भारतीय दूतावास, अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ, राष्ट्रीय संग्रहालय, मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार और प्रतिनिधिमंडलों के साथ सर्मसाक पोंगपनित व थाई अधिकारियों द्वारा पवित्र अवशेषों को सैन्य हवाई अड्डे से बैंकॉक स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में सुरक्षित रखने के लिए ले जाया गया। इन्हें 23 फरवरी को बैंकॉक के सनम लुआंग पवेलियन में तैयार एक भव्य मंडप में स्थापित किया जाएगा। वहीं, श्रद्धालु माखा बुचा दिवस से अपनी श्रद्धा अर्पित कर सकते हैं।
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