अमेरिकी कॉलेज ऑफ फिजिशियन (एसीपी) ने अपने नए दिशानिर्देश में पीठ के निचले हिस्से में दर्द के लिए दवा /गोली- मुक्त उपचार की सलाह दी हैं। ये दिशानिर्देश पीठ के निचले हिस्से के दर्द तक सीमित है । अगर पैर में दर्द है और पैर सुन्न होरहे हैं तो नए दिशानिर्देश के अनुसार उपचार नहीं किया जाना चाहिए।
विभिन्न प्रकार के पीठ दर्द उपचारों के बारे में शोधकर्ताओं ने 150 से अधिक अध्ययनों की समीक्षा की। उन्होंने यह निष्कर्ष निकाला कि 12 सप्ताह के भीतर अस्थायी पीठ दर्द को इस उपचार द्वारा चंगा कर सकते हैं। यह सबसे अच्छा है कि पीठ पर सेक, मसाज, एक्यूपंक्चर, या रीढ़ की हड्डी की हरकतों से दर्द कोठीक करने का प्रयास करें। यदि किसी भी दवाई का उपयोग किया जाता है तो एसीपी केवल बिना स्टेराइड और सूजन को कम करने वाली तथा मांसपेशियों को आराम देने वाली दवाओं के उपयोग की सलाह देती है। एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल )या मांसपेशियों के शिथिलता की सिफारिश करता है। एसिटामिनोफेन की सिफारिश नहीं की जाती है क्योंकि अध्ययन से नए तथ्य सामने आये है कि ये दवाएं निचले हिस्से के दर्द में काम नहीं करती है।
पुराने पीठ के दर्द को कम करने के लिए एसीपी बिना पिल्स के उपचार की सलाह देती है जिसमें मनोविज्ञान तरीके से तनाव में कमी लाना, ताई ची, योग, विश्राम तकनीक और संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी शामिल है। यदि ये उपचार काम नहीं करते हैं, उस स्थिति में एसीपी का कहना है कि इबुप्रोफेन एडविल, एंटीडिपेटेंट ड्यूलॉक्सैटिन सिम्बल्टा लाभदायक हो सकती हैं।फिर भी दर्द ठीक न हो तो एक आखिरी उपाय के रूप में ऑपियोइड त्रैमाडोल कनजिप, अल्ट्राम दवाएं उपयोगी हो सकती हैं। लेकिन एसीपी चेतावनी देता है कि सभी दवाओं के दुष्प्रभाव हो सकते हैं, उनमें से कुछ स्वास्थ्य के लिए बहुत जोखिम भरी है।
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