हिमाचल प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड (एच.पी.एस.बी.बी) एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन कर रहा है जिसमे जैव विविधता और इसके संरक्षण से जुडे विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार विमश होगा।
कार्यशाला का आयोजन डिग्री कॉलेज, कुल्लू, मे 22 अप्रैल, 2018 को होने जा रहा है, जिसमें जिला परिषद के सदस्यों, पंचायत समिति के सदस्यों, जिला कुल्लू के पंचायत प्रधान और सम्बंधित विभाग के अधिकारी मुख्य रूप से: वन, कृषि, बागवानी, मत्स्य पालन, शिक्षा, पशुपालन, आयुर्वेद आदि के प्रतिनिधि और संबंधित हितधारक भाग लेंगे।
जैवविविधता के महत्व और संबंधित मुद्दों के बारे में जैव विविधता प्रबंधन समितियों (बी.एम.सी) की भूमिका और जागरूकता बढ़ाने के लिए इस एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।
राज्य में जैव-संसाधनों के संरक्षण और स्थायी उपयोग के बारे में जानकारी भी प्रदान की जाएगी।
इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश सरकार के वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर होंगे। वन विभाग कुल्लू के वन संरक्षक; कुल्लू जिल्ला के उपायुक्त कुल्लू और कुल्लू वन सर्किल के सभी डी.एफ.ओ भी इस कार्यशाला में भाग लेंगे।
एच.पी.एस.बी.बी ने कुल्लू जिले की 204 ग्राम पंचायतों में 126 जैव विविधता प्रबंधन समितियों (बी.एम.सी) का अभी तक ग्राम पंचायत स्तर पर गठन किया है जिसमे से 51 जैव विविधता प्रबंधन समितियों (बी.एम.सी) में जन जैव विविधता रजिस्टर (पी.बी.आर) की तैयारी ग्राम पंचायत स्तर पर शुरू भी हो गयी है।
कार्यशाला हिमाचल प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के सदस्य सचिव कुणाल सत्यार्थी के मार्गदर्शन के तहत की जाएगी और हिमाचल प्रदेश राज्य जैव विविधता बोर्ड के अधिकारी भी कार्यशाला में भाग लेंगे।
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