धूम्रपान के खिलाफ रोल मॉडल बनने को तैयार : ऋतिक

नई दिल्ली, 13 अगस्त| अभिनेता ऋतिक रोशन ने कई साल पहले धूम्रपान करना छोड़ दिया था। उनका कहना है कि सिगरेट सबसे बुरी चीज है। उन्होंने साथ ही इस बुरी लत को छोड़ने के इच्छुक लोगों के लिए रोल मॉडल बनने की पेशकश भी की है।

ऋतिक ने अपनी नई फिल्म ‘मोहन जोदाड़ो’ के प्रचार के दौरान कहा, “मैं इस बात को पूरी तरह मानता हूं कि सिगरेट इस दुनिया में बनने वाली सबसे बुरी चीज है। यह नहीं बननी चाहिए। जहां तक धूम्रपान विरोधी चेतावनी (डिस्क्लेमर) का संबंध है, मुझे नहीं पता कि यह सही तरीका है या नहीं।”

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि इसके (सिगरेट का सेवन रोकने के अभियान) लिए ऐसे रोल मॉडल की जरूरत है, जो सिगरेट न पीने की खुशी के बारे में बता सके। शायद, मेरे जैसे किसी व्यक्ति की। मैं ऐसे व्यक्ति के रूप में रोल मॉडल बनना पसंद करूंगा..जिसने धूम्रपान छोड़ने के लिए संघर्ष किया और अब सिगरेट से दूर रहकर अपनी जिंदगी का मजा उठा रहा है।”

अभिनेता ने कहा, “यह लोगों की सोच बदलने और उन्हें यह समझाने में काफी मदद करेगा कि धूम्रपान अच्छा नहीं है।”

ऐतिहासिक फिल्म ‘मोहन जोदाड़ो’ में काम करने के बारे में उन्होंने कहा, “अगर कोई और फिल्मकार होता, तो सोचना पड़ता। लेकिन आशुतोष के साथ आप निश्चिंत होते हैं। वे तथ्यों को लेकर पूरा शोध करते हैं।”

उन्होंने कहा, “यह जानकर मैं निश्चिंत था कि फिल्म का निर्देशन वह कर रहे हैं।”

ऋतिक ने निर्देशक के साथ ही फिल्म की अपनी सह-अभिनेत्री पूजा हेगड़े की भी प्रशंसा की।

पूजा ‘मुकुंद’ और ‘मगमूडी’ जैसी दक्षिण की फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

ऋतिक ने कहा, “पूजा का स्क्रीन टेस्ट देखकर मैं बेहद खुश हो गया। मैं बेहद खुश था कि हमारे पास ऐसा चेहरा है, जो फिल्म की नायिका के किरदार से इंसाफ कर पाएगा।”

क्या पूजा की तरह वह भी दक्षिण की फिल्मों में काम करेंगे? इस सवाल पर ऋतिक ने कहा, “शायद, मैं नहीं जानता। वे जिस प्रकार फिल्में बनाते हैं, मैं उसका प्रशसंक हूं। उनसे काफी कुछ सीखा जा सकता है।”

अपने पिता राकेश रोशन की तरह फिल्म निर्माण करने के सवाल पर उन्होंने कहा, “नहीं, उन्हें काम करते देखकर मुझे डर लगता है।”

–आईएएनएस