नई दिल्ली, 10 अप्रैल| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने सोमवार को कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि उनका जन्मस्थान सिंध, भारत का हिस्सा नहीं है। आडवाणी ने एक कार्यक्रम में यह बात कही, जिसमें भारत दौरे पर आईं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी मौजूद थीं।
आडवाणी ने कहा, “जब भारत को आजादी मिली यह (सिंध) हमसे अलग हो गया। सिंध, भारत का हिस्सा नहीं है, यह मेरे साथ-साथ उन सभी को दुखी करता है, जो कभी वहां रहे।”
आडवाणी ने कहा, ‘कितने लोगों को इस बात का अहसास है, जो अहसास मुझे है कि भारत का एक हिस्सा था, जब भारत विभाजित नहीं हुआ था। एक हिस्सा ऐसा था, जिसमें मेरा जन्म हुआ। जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो हमारी स्वतंत्रता के साथ-साथ वह हिस्सा हमसे अलग हो गया। मैं जहां का निवासी हूं, जहां मेरा जन्म हुआ, वह हिस्सा सिंध, आज भारत का हिस्सा नहीं है, आज हमारे साथ नहीं है। इस बात का दुख मुझे और मेरे साथियों को बहुत होता है।’
आडवाणी ने कहा, “यह (सिंध) अविभाजित भारत का हिस्सा था, जब यह स्वतंत्र नहीं था और ब्रिटेन का उपनिवेश था। मैंने उसी भाग में जन्म लिया, मेरा वहां घर था।”
इंडिया फाउंडेशन की ओर से आयोजित समारोह में आडवाणी ने कहा कि उन्होंने इस बारे में हसीना की मौजूदगी में बताने के बारे में सोचा था।
(फाइल फोटो)
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