नई दिल्ली, 4 नवंबर | अपनी शानदार फील्डिंग से विश्व क्रिकेट में अलग पहचान बनाने वाले दक्षिण अफ्रीका के पूर्व खिलाड़ी जोंटी रोड्स का मानना है कि वह अपने समय नंबर-1 फील्डर इसलिए थे क्योंकि कोई उस समय और अच्छा फील्डर नहीं था। रोड्स का मानना है कि उनके समय कोई नंबर-2 और नंबर-3 फील्डर भी नहीं था इसलिए वह नंबर-1 बने रहे।
यहां शुक्रवार को इंडियन जूनियर प्लेयर्स लीग (आईजेपीएल) के प्रतिभा खोज कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर आए रोड्स ने संवाददाताओं से कहा कि उनके समय की क्रिकेट और अब कि क्रिकेट में बदलाव आया है। आज की क्रिकेट पहले से बेहतर हुई है।
रोड्स ने कहा, “मैं अपने समय में इकलौता फील्डर था। कोई और अच्छा फील्डर नहीं था, इसलिए में नंबर-1 फील्डर था। नंबर-2 और नंबर-3 फील्डर भी नहीं थे। लेकिन आज के दौर में कई युवा खिलाड़ी शानदार फील्डिंग कर रहे हैं। इसलिए खेल का स्तर पहले से बेहतर हुआ है।”
इस दिग्गज खिलाड़ी ने गेंदबाजी में बदलाव के बारे में कहा कि आज की क्रिकेट में गेंदबाजी में काफी विविधता है।
रोड्स से जब पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि आज की गेंदबाजी का स्तर आपके समय से नीचे गिरा है तो उन्होंने हंसते हुए कहा, “हम ज्यादा बेहतर खिलाड़ी थे।”
रोड्स ने कहा, “पहले एकदिवसीय क्रिकेट में सिर्फ यॉर्कर गेंद देखने को मिलती थी, धीमी गेंद और बाउंसर का चलन भी सीमित ओवरों की क्रिकेट में मेरे समय नहीं था। लेकिन आज के दौर में धीमी गति की बाउंसर भी आपको देखने को मिलेगी। खेल का स्तर पहले से अच्छा हुआ है और मेरा मानना है कि टी-20 क्रिकेट ने यह किया है।”
भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला खेलनी है। रोड्स का मानना है कि यह श्रृंखला इंग्लैंड के लिए काफी मुश्किल होने वाली है।
रोड्स ने कहा, “यह इंग्लैंड के लिए मुश्किल श्रृंखला साबित होगी। अगर यह तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला होती और आप पहला मैच हार जाता तो बेशक मुश्किल होती। पांच मैचों की श्रृंखला के लिए भारत में होना शारीरिक और मानसिक रूप से कड़ी चुनौती है।”
इंग्लैंड ने बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला 1-1 से ड्ऱॉ कराई थी, जिसके बाद वह भारत के लिए खिलाफ टेस्ट श्रृंखला खेलेगा। भारत ने भी हाल ही में न्यूजीलैंड को तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 3-0 से मात दी थी। –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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