रायपुर, 6 दिसम्बर । झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि स्व परिवर्तन से ही विश्व परिवर्तन होगा। उन्होंने कहा कि हम सुधर जाएं तो दुनिया सुधर जाएगी, इसलिए हमको सजग होकर अच्छे कर्म करना चाहिए क्योंकि कर्मो के अनुसार ही अगला जन्म मिलता है। हम परिस्थितियों को नहीं बदल सकते हैं परंतु खुद को तो बदल सकते हैं।
द्रौपदी मुर्मु प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा शांति सरोवर में आयोजित ईश्वरीय ज्ञान द्वारा विश्व परिवर्तन राष्ट्रीय योजना के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रही थी।
उन्होंने खुद को बदलने पर जोर देते हुए कहा, “मन की स्वच्छता के बिना बाहरी स्वच्छता किसी काम की नहीं है। इसके लिए मन की गंदगी को निकालकर अंतमुर्खी बनना होगा। जीवन में जब भी तनाव हो मेडिटेशन करो। नकारात्मक बातों को भूलकर सकारात्मक पहलू पर ध्यान दें।”
उन्होंने बताया, “वह अत्यंत साधारण परिवार में पैदा हुई थी। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक कार्यकर्ता के रूप में की। उनके जीवन में अनेक उतार चढ़ाव आए। वह मन की शांति के लिए बहुत भक्ति किया करती थी। किंतु उनके मन में शांति नहीं थी। ऐसे समय में उन्हें अचानक ब्रह्माकुमारी संस्थान का परिचय मिला। वहां का वायुमंडल उन्हें मंदिर की तरह पवित्र लगा। वहां पर जाकर जब राजयोग मेडिटेशन सीखा तो जीवन में सुख, शांति, आनंद सब मिल गया। अब वह रोजाना ब्राह्म मुहूर्त में उठकर राजयोग मेडिटेशन करती हैं। इससे उन्हें बहुत शांति मिलती है।”
समारोह को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी कमला दीदी ने कहा कि मनुष्य को परिवर्तन अच्छा लगता है। लेकिन परिवर्तन सुखदायी होना चाहिए। आज प्रकृति और पांचों तत्व दुखदायी हो चुके हैं। दिनों दिन प्राकृतिक आपदाएं बढ़ती जा रही हैं। ऐसे समय पर परमात्मा ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग के द्वारा मनुष्यात्माओं के संस्कार परिवर्तन का कार्य करा रहे हैं। –आईएएनएस/वीएनएस
(फाइल फोटो )
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