हिमाचल प्रदेश में पर्वतारोहण, बाइकिंग, राफ्टिंग व पैरा ग्लाइडिंग सरीखे साहसिक पर्यटन व साहसिक खेलों के विस्तार की भी अपार संभावनाएं हैं और ऐसे साहसिक खेलों के लिए यह प्रदेश स्वर्ग माना जाता है। पर्यटन क्षेत्र में छिपी रोजगार की संभावनाओं के दोहन पर भी सरकार प्रमुखता से काम कर रही है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शिमला में रविवार को केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के.जे.अल्फोंस से मुलाकात की और उनसे प्रदेश में धार्मिक पर्यटन सर्किट विकसित करने, इको एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने व यहां के नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण व अछूते पर्यटन स्थलों को विश्व के पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से अंकित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा तैयार की गई 300 करोड़ लागत की 3 योजनाओं को स्वीकृति प्रदान करने का आग्रह किया।
उन्होंने केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री को हिमाचल प्रदेश आने का निमंत्रण भी दिया और कहा कि वह स्वयं उन्हें प्रदेश के पर्यटन स्थलों पर लेकर जाएंगे। के.जे. अल्फोंस ने सहर्ष मुख्यमंत्री का यह निमंत्रण स्वीकार किया।
केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि केंद्र सरकार द्वारा इस पर्वतीय राज्य में पर्यटन संभावनाओं के दोहन व विस्तार के लिए भरपूर सहयोग प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा प्रदेश में पर्यटन पर जितना फोकस होना चाहिए था, उतना इससे पहले नहीं हो पाया लेकिन अब राज्य सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और यहां के अछूते नैसर्गिक स्थलों में आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करने पर विशेष बल दिया जा रहा है।
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