गुरुग्राम, 2 जून (जनसमा)| राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि यदि हम अपने गांवों की समृद्धि चाहते हैं तो हमें अपनी अर्थव्यवस्था के ढांचे में सुधार करना होगा।
राष्ट्रपति ने स्मार्ट ग्राम कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को गुरुग्राम (हरियाणा) स्थित धौला गांव में चालक प्रशिक्षण संस्थान और माध्यमिक विद्यालय की आधारशिला रखी। महेन्द्रगढ़, अंबाला और पलवल में तीन नए कौशल विकास केन्द्रों का उद्घाटन भी किया गया।
इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश तभी विकास करेगा जब हमारे गांवों का विकास होगा। आज भी, हमारे देश की करीब 68 फीसदी आबादी गांवों में रहती है।
राष्ट्रपति ने कहा कि 2 जुलाई 2016 को जब स्मार्ट ग्राम कार्यक्रम की शुरुआत हुई, तो मुझे यकीन था कि जिस तरह से राष्ट्रपति भवन एस्टेट को एक स्मार्ट टाउनशिप बनाने के लिए काम किया गया है, वैसा ही कार्य गांवों को स्मार्ट बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
हरियाणा सरकार की मदद से, राष्ट्रपति भवन ने पांच गांवों का चयन किया और इन गांवों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य किए गए। पांच गांवों में इस पहल की सफलता को ध्यान में रखते हुए, इस कार्यक्रम का विस्तार 100 गांवों तक किया जा चुका है। स्मार्टग्राम कार्यक्रम की सफलता तभी संभव है, जब सरकार, निजी क्षेत्र, अकादमिक संस्थान, गैर सरकारी संगठन और गांवों में रहने वाले लोग एक साथ मिलकर गांवों के विकास के लिए कार्य करें।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा करते हुए कहा कि अब 1000 गांवों को स्मार्टग्राम बनाया जाएगा। राष्ट्रपति की सचिव श्रीमती ओमिता पॉल स्मार्टग्राम पहल की पृष्ठभूमि के बारे में चर्चा करते हुए पिछले वर्ष हुई इसकी शुरुआत से लेकर अब तक के इसके विस्तार के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरुआत में ही उन्हें उम्मीद थी कि यदि लोग मिलकर काम करेंगे तो स्मार्टग्राम पहल शानदार तरीके से सफल हो सकती है।
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