नई दिल्ली,25 जुलाई (जनसमा)। श्रीअमरनाथ यात्रियों के ऊपर 1990 से 2017 तक 36 आतंकी हमले हो चुके हैं, जिनमें 53 तीर्थ यात्रियों की मृत्यु हुई और 167 यात्री घायल हुए। तीर्थयात्रा के दौरान आतंकी हमले का खतरा बना रहता है किन्तु सुरक्षा के मजबूत इंतजाम किये जाते हैं।
इस साल यात्रा 29 जून 2017 को शुरू हुई और रक्षाबंधन के दिन यानी 7 अगस्त को पूरी होगी। इस प्रकार 2017 में यात्रा की कुल अवधि 40 दिनों की है।
एक सरकारी ज्ञिप्ति के अनुसार जम्मू एवं कश्मीर राज्य सरकार, केन्द्र सरकार के साथ मिलकर श्रीअमरनाथजी यात्रा की सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबल की तैनाती का हर संभव इंतजाम कर रही है।
Custodian of Mahant Deependra Giri ‘Chhari Mubarak’ – the saffron robed holy mace of Lord Shiva- offers special prayers related to the annual Amarnath yatra on the occasion of Haryali Amavasya (Shravan Amavasya) at the historic Shankaracharya temple on a hillock in Srinagar on July 23, 2017. (Photo: IANS)
श्रीअमरनाथ यात्रा की समय सारणी और अवधि के बारे में हर वर्ष श्रीअमरनाथजी श्राइन बोर्ड निर्णय करता है। यात्रा की अवधि बीते साल होने वाली बर्फबारी तथा रक्षाबंधन त्योहार के दौरान की जाती है। रक्षाबंधन तक पारम्परिक रूप से यात्रा पूरी कर ली जाती है। इस तरह हर वर्ष यात्रा अवधि में परिवर्तन होता रहता है।
बहरहाल, 2016 में यात्रा 02 जुलाई को शुरू होकर रक्षाबंधन के दिन यानी 18 अगस्त को समाप्त हुई थी। उस दौरान यात्रा की कुल अवधि 48 दिनों की थी।
यह जानकारी मंगलवार को लोकसभा में सुभाष पटेल और अजय मिश्रा टेनी द्वारा पूछे गये प्रश्न के लिखित उत्तर में गृह राज्यमंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने दी।
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