मनीला, 13 दिसंबर | एशियन डेवलपमेंट बैंक ने मंगलवार को 2016 में भारतीय अर्थव्यवस्था में मामूली मंदी के कारण एशिया की विकास में 5.7 से 5.6 प्रतिशत कमी का अनुमान लगाया है। फिलीपींस की राजधानी मनीला स्थित एडीबी मुख्यालय ने समीक्षा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले पर 1,000 और 500 रुपये के नोटों का प्रचलन बंद किए जाने से 2016 में भारत की आर्थिक विकास दर में कमी आएगी। आर्थिक विकास दर 7.4 फीसदी रहने के पूर्वानुमान के बजाय 7 फीसदी ही रहेगी।
‘एफे’ की रिपोर्ट के अनुसार, एडीबी ने भारत में कमजोर निवेश और कृषि क्षेत्र में गिरावट सहित अन्य कारणों को भी शामिल किया है।
एडीबी ने हालांकि संभावना जताई है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में अनुमानित 7.8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2017 में सुधार आएगा। जबकि एशियाई महाद्वीप में विकास दर 5.7 फीसदी और आने वाले वर्ष में स्थिर रहने की उम्मीद है।
एडीबी के उप प्रमुख अर्थव्यवस्था जुझोंग झुआंग ने बताया, इस विकास के आने वाले वर्षो में स्थिर रहने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, “एशियाई अर्थव्यवस्थाओं का वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के समक्ष मजबूत होने का विस्तार जारी है।”
उन्होंने कहा, “विकास की गति को बनाए रखने के लिए संरचनात्मक सुधारों में उत्पादकता को बढ़ावा, निवेश माहौल में सुधार और घरेलू मांग का समर्थन मददगार हो सकता है।”
रिपोर्ट के अनुसार, “दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन की वृद्धि दर मजबूत घरेलू खपत, ठोस वेतन वृद्धि, शहरी रोजगार सृजन और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के कारण इस साल 6.6 फीसदी तक रहने की उम्मीद है।”
वर्ष 2017 में चीन के लिए बैंक का पूवार्नुमान 6.4 प्रतिशत रखा गया है। –आईएएनएस
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