आयकर विभाग ( Income Tax Department ) ने आंध्र प्रदेश-तमिलनाडु सीमा पर वेलनैस ग्रुप (wellness group) के वरदैयापालम सहित चेन्नई, बगलूरू आदि परिसरों में तलाशी की (conducted search) और करोड़ों रु मूल्य की संपदा और विदेशों में निवेश की गई अपार धन राशि से संबंधित दस्तावेज बरामद किये है।
बुधवार 16अक्टूबर से कल्की भगवान आश्रम परिसरों में शुरू की गई तलाशी की कार्रवाई (conducted search) ने जहाँ स्थानीये लोगों को आश्चर्य में डाल दिया वहीं आयकर विभाग के अधिकारी भी चकित रह गए।
तलाशी की कार्रवाई चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरु और वरदैयापालम के लगभग 40 परिसरों में अब भी जारी है।
नई दिल्ली में 18 अक्टूबर,2019 को जारी सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार तलाशी अभियान के दौरान नकद राशि के साथ-साथ आयकर विभाग को 2.5 मिलियन डॉलर मूल्य की विदेशी मुद्राएं बरामद हुईं जो लगभग 18 करोड़ रुपये के बराबर है।
तलाशी अभियान (conducted search) के दौरान आयकर विभाग की टीम को समूह के संस्थापक और उसके बेटे के आवासों और उनके एक परिसर से बड़ी मात्रा में नकद राशि और अन्य मूल्यवान वस्तुएं मिली हैं।
तलाशी में समूह के ठिकानों से आयकर विभाग ने 43.9 करोड़ रुपये बरामद किये हैं।
आयकर विभाग ने 16 अक्टूबर, 2019 को आयकर अधिनियम 1961 के तहत आंध्रप्रदेश के वरदइयापलेम ( Varadaiahpalem) में विभिन्न आवासीय परिसरों में पूरे साल ‘वेलनेस’ पाठ्यक्रम और दर्शनशास्त्र, अध्यात्म इत्यादि में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाने वाले एक समूह के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया।
आयकर विभाग का चेन्नई और बेंगलुरू में भी तलाशी अभियान चलाया गया।
1980 में एकात्मकता के दर्शन के साथ एक आध्यात्मिक गुरु द्वारा स्थापित समूह अब रियल एस्टेट, निर्माण, खेल इत्यादि क्षेत्रों में भारत सहित विदेशों में भी कार्ररत है।
इस समूह का प्रबंधन और नियंत्रण इस समूह के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु और उनके बेटे के अधीन है।
आश्रम के संस्थापक श्री भगवान के नाम से जाने जाते हें और दुनिया में भारत के एक आध्यात्मिक शिक्षक हैं,। इनका दक्षिण भारत में वननेस युनिवर्सिटी के नाम से एक आध्यात्मिक विश्वविद्यालय हे।
अध्यात्म और सेहत से जुड़े इन पाठ्यक्रमों में विदेशी लोग शामिल होते हैं, जिससे यह समूह बहुत अधिक विदेशी मुद्रा अर्जित करता है।
समूह को लेकर यह खुफिया जानकारी मिली थी कि समूह आंध्र प्रदेश और तमिलनाडू में भू-संपत्ति और विदेशी निवेश की जानकारियां छिपाता है।
इस जानकारी के आधार पर आयकर विभाग का चेन्नई, हैदराबाद, बेंगलुरू, वरदइयापलेम में 40 ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है।
तलाशी अभियान (conducted search) के दौरान आयकर विभाग को कुछ ऐसे सबूत मिले हैं जिनसे पता चलता है कि यह समूह विभिन्न केन्द्रों और आश्रमों में निवेश की रसीदों को छिपाता रहा है।
समूह के नकद संग्रह का हिसाब रखने वाले एक कर्मचारी के पास से ऐसे सबूत भी मिले हैं, जिनसे यह खुलासा होता है कि यह समूह बिना किसी रसीद के निवेश करता है और संपत्तियों की खरीदारी करता है।
यह समूह बिना किसी दस्तावेज़ के संपत्तियों की बिक्री कर पैसे कमाता है।
प्रारंभिक अनुमान के अनुसार वित्त वर्ष 2014-15 और उससे आगे समूह के पास 409 करोड़ रुपये की बेहिसाब आय होती रही है।
तलाशी अभियान के दौरान नकद राशि के साथ-साथ आयकर विभाग को 2.5 मिलियन डॉलर मूल्य की विदेशी मुद्राएं बरामद हुईं जो लगभग 18 करोड़ रुपये के बराबर है।
तलाशी में 26 करोड़ से ज्यादा मूल्य के लगभग 88 किलोग्राम सोने के गहने बरामद हुए। लगभग 5 करोड़ रुपये के 1271 कैरेट के हीरे भी बरामद किये गये।
अब तक लगभग 93 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति बरामद की गई। समूह की अब तक की अनुमानित आय 500 करोड़ रुपये से अधिक है। तलाशी अभियान (conducted search) अब भी जारी है।
तलाशी के दौरान एक महत्वपूर्ण बात यह सामने आई कि यह समूह भारत के साथ-साथ चीन, अमरीका, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात इत्यादि देशों की कंपनियों में निवेश करता है, जिन्हें भारत में चलाये जा रहे ‘वेनलेस’ पाठ्यक्रम में शामिल होने वाले विदेशी लोगों द्वारा भी भुगतान किया जाता रहा है।
आयकर विभाग इस तरह निवेश से भारत में कर योग्य आय के विदेशी कंपनियों में जाने के मामले की जांच कर रहा है।
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