प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था में वैश्विक विश्वास बढ़ रहा है। चालू वित्त वर्ष में भारत सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7 प्रतिशत के साथ विश्व विकास का मुख्य इंजन बन गया है।
एशियाई इंफ्रास्ट्रक्चर इंवेस्टमेंट बैंक, एआईबीबी की तीसरी वार्षिक बैठक में 26 जून, 2018 को मुंबई में मोदी ने विदेशी निवेशकों से कहा कि भारत अब बेहद कम जोखिम वाली राजनीतिक अर्थव्यवस्था के रूप में गिना जाता है, जहां व्यवसायों के नियमों और विनियमों को सरल बनाया गया है और ठोस सुधार किए गए हैं ।
मोदी ने यह भी कहा कि देश में राजकोषीय स्थिति दृढ़ता से नियंत्रण में है और सरकार राजकोषीय समेकन के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधान मंत्री ने भारत में अक्षय ऊर्जा, कृषि और रसद , बुनियादी ढांचागत विकास सहित कई क्षेत्रों में संभावित निवेश के अवसरों को देखने के लिए एआईबी से आग्रह किया।
मोदी ने कहा बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए संसाधन ढूंढना एक चुनौती है और एआईबीबी संसाधनों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
प्रधान मंत्री ने कहा कि आर्थिक पुनरुत्थान की भारत की कहानी कई एशियाई देशों की दर्पण है ।
उन्होंने कहा कि एआईबी एशिया पर केंद्रित है, यह अन्य देशों में बुनियादी ढांचागत वित्त आवश्यकताओं का भी समर्थन करता है।
दो साल पहले स्थापित किया गया था बैंक की वार्षिक बैठक में 87 देशों के लगभग 3000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया है।
प्रधानमंत्री ने मुंबई में कारोबारी हस्तियों के साथ संवाद किया
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुंबई में कारोबारी हस्तियों से मिले और उनके साथ बातचीत की। इस संवाद सत्र में भारतीय अर्थव्यवस्था के व्यापक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाली 41 कारोबारी हस्तियां मौजूद थीं।
दो घंटे के संवाद में पिछले चार वर्षों में केन्द्र सरकार द्वारा किए गए नीतिगत सुधारों और कार्यक्रमों पर व्यापक चर्चा हुई।
इस संवाद सत्र में आर्थिक वृद्धि और विकास में उद्योग के योगदान पर भी विचार-विमर्श किया गया।
उद्योगजगत के अनेक प्रतिनिधियों ने देश में कारोबारी माहौल में सुधार की सराहना की और कहा कि इससे भारत की विकास क्षमता को महसूस किया जाएगा।
उद्योग प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री के नये भारत के विजन के प्रति समर्थन व्यक्त किया।
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