भारत (India) और भूटान (Bhutan) के सम्बन्ध दोनों देशों के लोगों की प्रगति, सम्पन्नता और सुरक्षा (security) के साझा हितों (common interests) पर आधारित हैं और दोनों देशों में इन्हें जन-जन का पूरा समर्थन प्राप्त है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अगस्त, 2019 को थिम्पू में अपने भूटानी समकक्ष डॉ. लोटे तशेरिंग (Dr Lotay Tshering) के साथ बातचीत की।
उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की और उन्हें और आगे बढ़ाने तथा मजबूत करने के तरीकों पर विचार किया।
भूटान की यात्रा के दौरान प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने आज भूटान (Bhutan) की राजधानी थिम्पू (Thimpu ) में जारी एक प्रेस वक्तव्य में यह भी कहा कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी (Space technology) के उपयोग से भूटान के विकास में तेजी लाने के लिए भारत प्रतिबद्ध है।
उन्होने कहा कि हमने आज दक्षिण एशिया उपग्रह (South Asia satellite) के अर्थ स्टेशन का उद्घाटन किया है। यह भूटान में संचार (communication), सार्वजनिक प्रसारण (Public Broad-casting) और आपदा प्रबंधन (disaster management) के कवरेज को बढ़ाएगा ।
प्रेस वक्तव्य में मोदी ने कहा कि भूटान की जरुरत के अनुसार अतिरिक्त बैंडविड्थ और ट्रांसपोंडरभी उपलब्ध होंगे। दोनों देश छोटे उपग्रह के निर्माण और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के प्रयोगों में भी सहयोग करेंगे।
मोदी ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क (National Knowledge Network) के साथ कनेक्शन भूटान के छात्रों और शोधकर्ताओं को भारतीय विश्वविद्यालयों के नए साधनों से जोड़ेगा।
उन्होंने बताया कि यह दोनों देशों के बीच साझा ज्ञान सोसायटी (Knowledge Society) की स्थापना के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो विशेष रूप से हमारे युवाओं को लाभान्वित करेगा।
प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि रॉयल भूटान विश्वविद्यालय (Royal Bhutan University) और भारत के आईआईटी (IITs) और कुछ अन्य शीर्ष शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग और संबंध, शिक्षा और टेक्नोलॉजीज के लिए आज की आवस्थाओं के अनुरूप हैं।
Follow @JansamacharNews