नई दिल्ली, 04 जून। भारत की जनता ने लोकसभा चुनाव 2024 में विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक को शानदार जीत दिलाई, लेकिन जीत का सेहरा नरेंद्र मोदी के सिर बाँधा और एनडीए के प्रधानमंत्री बनने का रास्ता दिखाया।
अब तीसरी बार मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे, लेकिन उन्हें सहयोगियों की मदद की आवश्यकता होगी, क्योंकि 400 पार का नारा देने वाली भाजपा, सरकार बनाने के मैजिक नंबर से खासी दूर रह गई।
सत्तारूढ़ पार्टी को देश के दो सबसे बड़े राज्यों, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में भूकंपी झटके लगे। बंगाल में, ममता बनर्जी की टीएमसी ने 26 सीटों पर जीत हासिल की, और 6 सीट पर बढ़त बनाये रखी। हालांकि मतगणना शुरू होने के तुरंत बाद ऐसा लग रहा था कि वह भारी हार कर सकती हैं ।
व्यापक जनसमर्थन को देखते हुए ममता बनर्जी ने आक्रामक रुख अपनाया और आरोप लगाया कि, “प्रधानमंत्री ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है, इसलिए उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।”
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने कहा : “हमने भाजपा की कमर तोड़ दी है।” जिस तरह से परिणाम सामने आए, उसने एक आश्चर्यजनक स्थिति पैदा कर दी, जहां कांग्रेस और इंडिया गठबंधन खुश थे और जश्न मना रहे थे, जबकि वास्तविक विजेता, भाजपा निराश थी और सार्वजनिक रूप से दूर थी।
भाजपा के दो प्रमुख सहयोगी एन. चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार की बल्ले-बल्ले होरही हैं, जिनके पास 30 सीटें हैं, और इनके सहयोग के बिना भाजपा का अगली सरकार बनाने का सपना साकार भी नहीं हो सकता।
एक राजनितिक टिप्पणीकर ने कहा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब दो सबसे चतुर क्षेत्रीय राजनेताओं से निपटना होगा, जो राजनितिक शतरंज के माहिर खिलाडी हैं। विजयवाड़ा में चंद्रबाबू नायडू अपने समर्थकों के सामने थोड़े समय के लिए आए, जो खुशी से जश्न मना रहे थे। मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विपक्षी नेता शरद पवार ने भी नायडू को फोन किया और इससे राजनीतिक हलकों में संदेश गया कि नायडू पाला बदल सकते हैं।
भाजपा ने अपने दम पर 211 सीटें जीती हैं और 29 पर आगे चल रही है। एनडीए गठबंधन ने लगभग 290 सीटें जीती हैं, जो शनिवार को एग्जिट पोल द्वारा अनुमानित सीटों से लगभग 60 सीटें कम हैं ।
यूपी, महाराष्ट्र में बीजेपी की हार
भाजपा को सबसे बड़ी हार उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में मिली। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) ने शानदार प्रदर्शन किया। इस दिन के सबसे बड़े स्टार अखिलेश यादव हो सकते हैं, जिनकी सपा ने भाजपा की 33 सीटों के मुकाबले 37 सीटें जीतकर सभी को चौंका दिया। कांग्रेस ने 6 सीटें जीतीं। एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की थी कि भाजपा राज्य में करीब 70 सीटें जीतेगी। मायावती की बीएसपी एक भी सीट नहीं जीत पाई और ऐसा लगा कि उसके समर्थकों ने रणनीति बनाकर वोट दिया और एसपी का समर्थन किया।
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा “जनता को प्रणाम, जनमत को सलाम!
उप्र की जागरूक जनता ने देश को एक बार फिर से नयी राह दिखायी है, नयी आस जगायी है।
ये संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण बचाने की और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करवाने की जीत है। उप्र की प्रगतिशील जनता के विचार ही वोट के रूप में हमें मिले हैं। ये बँटवारे की नकारात्मक राजनीति के ख़िलाफ़, सौहार्द-भाईचारे और सकारात्मक राजनीति की जीत है। ये INDIA गठबंधन और PDA की एकता की जीत है।
सबको हृदय से धन्यवाद, दिल से शुक्रिया!”
कांग्रेस भी चुनावों में अपनी उम्मीद से बेहतर सफलता का जश्न मना रही है । सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका गांधी जब कांग्रेस पार्टी मुख्यालय पहुंचे तो वे विजयी मुद्रा में दिख रहे थे। यह स्पष्ट था कि कांग्रेस ने आज इतनी सफलता हासिल कर ली है कि वह अगले पांच सालों में भाजपा के सामने एक मजबूत विपक्ष पेश कर सकती है।
कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने कहा “भारत की जनता ने संविधान और लोकतंत्र को बचा लिया है। देश की वंचित और गरीब आबादी अपने अधिकारों की रक्षा के लिए INDIA के साथ खड़ी हो गयी।
राहुल ने गठबंधन के सभी साथियों और कांग्रेस के बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी ।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने घोषणा की कि जनादेश मोदी के खिलाफ है।
दूसरी ओर आप नेताओं ने कहा “देश की जनता TDP के चंद्रबाबू नायडू और JDU के नीतीश कुमार जी से उम्मीद कर रही है कि वो सही समय पर सही फ़ैसला लेंगे।
देश में तानाशाही को ख़त्म करके और लोगों की बेरोज़गारी और महंगाई की समस्या को दूर करने के लिए लोकतांत्रिक सरकार बनायेंगे।”
Follow @JansamacharNews