नई दिल्ली, 8 अगस्त (जनसमा)। भारत के पास 40 लाख क्रूज पर्यटकों की मेजबानी की विशाल क्षमता है। सही दिशा देने से भारत आने वाले पर्यटक जहाजों की वर्तमान संख्या 158 से बढ़कर प्रतिवर्ष 955 हो सकती है।
यह जानकारी देते हुए शिपिंग और सड़क परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार देश में क्रूज पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए सही माहौल को बनाने को लेकर संकल्पबद्ध है। गडकरी मंगलवार को मुंबई पोर्ट पर शिपिंग मंत्रालय द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन- क्रूज टूरिज्म इन इंडिया को संबोधित कर रहे थे।
केंद्रीय मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि क्रूज पर्यटन क्षेत्र घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय सैलानियों के लिए पासा पलटने जैसा साबित होगा। इस क्षेत्र की संभावित राजस्व क्षमता 35 हजार करोड़ रुपये के निकट है और इससे 2,50,000 रोजगार मिलेंगे।
डकरी तीन रिपोर्टों- समुद्री क्रूज पर्यटन के लिए रोडमैप, क्रूज संचालन के लिए मुंबई पोर्ट एसओपी तथा भारत में क्रूज टर्मिनल को जारी किया। इन रिपोर्टों का मकसद भारत में क्रूज पर्यटन को क्रांतिकारी बनाने की प्रक्रियासंगत औपचारिकताओं में एकरूपता लाना है।
क्रूज पर्यटन के विकास के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं इनमें क्रूज जहाजों और यात्रियों के लिए एसओपी को अंतिम रूप देना, डीजी (शिपिंग) से लाइसेंस लिए बिना भारतीय बंदरगाहों पर विदेशी ध्वज वाले यात्री जहाजों की अनुमति, मानव शक्ति, समन्वय तथा लॉजेस्टिक विषयों के समाधान के लिए बंदरगाह स्तर की समितियों का गठन शामिल है। प्रमुख बंदरगाहों पर बंदरगाह शुल्क में चालीस फीसदी की रियायत दी जा रही है।
मुंबई में 300 करोड़ रुपये की लागत से नई संरचना तैयार की जा रही है। टर्मिनल भवन के निर्माण के लिए टेंडर दिए गए हैं। मुंबई , गोवा, नया मंगलौर, कोच्चि तथा चेन्नई के पांच बंदरगाहों के अलावा अन्य बंदरगाह गंतव्य विकसित करने की योजना है।
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