नई दिल्ली, 5 सितम्बर | राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आजादी के बाद की भारत की राजनीति में अपने अनुभवों को साझा करते हुए सोमवार को कहा कि भारत फिलहाल सीमा पार आतंकवाद का शिकार है। देश के भीतर आतंकवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया में घर में उपजा आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है, लेकिन भारत इससे बचा हुआ है।
मुखर्जी ने कहा, “हम निश्चित तौर पर हमले का शिकार होते हैं, लेकिन सीमा पार आतंकवाद के। हमारे शासन और प्रशासन की सफलता इस बात में है कि घर में उपजा आतंकवाद अभी तक भारत में नहीं है, जो आज दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है।”
मुखर्जी राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थित राजेंद्र प्रसाद सर्वोदय विद्यालय के 11वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को संबोधित कर रहे थे।
धर्मनिरपेक्षता को भारत की ताकत करार देते हुए मुखर्जी ने कहा, “धर्मनिरपेक्षता हमारे जीवन का हिस्सा है।”
उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ा हुआ था, हालांकि भारत को खुश होना चाहिए कि यहां की सरकार व नेता लोगों को एकजुट रखने में सफल रहे।
राष्ट्रपति ने कहा, “हालांकि बीच-बीच में सांप्रदायिक सौहार्द में कमी आई, लेकिन महान राजनेताओं और सरकारों को धन्यवाद, जिन्होंने लोगों को एकजुट रखा। आजादी के बाद स्थिति सामान्य नहीं थी, क्योंकि लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ा।” –आईएएनएस
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