Modi _Srimadbhagwadgita

भारत का दुनिया को सबसे प्रेरक उपहार है श्रीमद्भगवद्गीता

श्रीमद्भगवद्गीता Srimadbhagwadgita भारत का दुनिया को सबसे प्रेरक उपहार है। गीता पूरे विश्‍व की धरोहर है। गीता हजारों साल से प्रासंगिक है। विश्‍व के नेताओं से लेकर सामान्‍य मानवी तक, सभी को गीता ने लोकहित में कर्म करने का मार्ग दिखाया है।

यह बात प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को दुनिया की सबसे बड़ी श्रीमद्भगवद्गीता Srimadbhagwadgita के अनावरण समारोह में अपने संबोधन में कही।

एस्कॉन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, हंगरी समेत कई देशों से आए गीता प्रेमियों ने भग लिया।

उन्होंने कहा कि भारत के करीब.करीब हर घर में तो किसी न किसी रूप में श्रीमद्भगवद्गीता Srimadbhagwadgita विराजमान है ही, दुनिया भर की अनेक महान विभूतियां भी इसकी दिव्‍यता से अछूती नहीं रह पाई हैं। ज्ञान से लेकर विज्ञान तक हर क्षेत्र के अनेक लोगों की प्रेरणा, कुरुक्षेत्र के मैदान पर कही गई ये अमरवाणी है।

The Prime Minister, Shri Narendra Modi unveils the Srimadbhagwadgita, prepared by ISKCON devotees to the world, at the Gita Aradhana Mahotsav, at ISKCON Temple, in New Delhi on February 26, 2019.

मोदी ने कहा कि मशहूर जर्मन philosopher Schopenhauer ने लिखा था गीता और उपनिषद के अध्‍ययन से अधिक हितकर सम्‍पूर्ण विश्‍व में कोई अध्‍ययन नहीं है, जिसने मेरे जीवन को शांति से परिचित कराया और मेरी मृत्‍यु को भी अनंत शांति का भरोसा दिया।

ये बातें उन्‍होंने उस दौर में कहीं जब हमारा देश गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा हुआ था, हमारी संस्‍कृति, हमारी परम्‍परा को भी कुचलने के अनेक प्रयास किए जा रहे थे, भारतीय दर्शन को नीचा दिखाने के भरपूर प्रयास चल रहे थे।

मोदी ने कहा ‘‘गीता धर्मग्रंथ तो है, पर ये जीवन ग्रंथ भी है। हम किसी भी देश के हों, किसी भी पंथ के मानने वाले हों, पर हर दिन समस्‍याएं घेरती रहती हैं। हम जब भी वीर अर्जुन की तरह अनिर्णय के दौराहे पर खड़े होते हैं तो श्रीमद्भगवद्गीता Srimadbhagwadgita हमें सेवा और समर्पण के रास्‍ते इन समस्‍याओं के हल दिखाती है। अगर आप एक विद्यार्थी हैं और अनिर्णय की स्थिति में हैं, आप किसी देश के राष्‍ट्राध्‍यक्ष हैं या फिर मोक्ष की कामना रखने वाले आप योगी हैं, आपको अपने हर प्रश्‍न का उत्‍तर श्रीमद्भगवद्गीता में मिल जाएगा।’’