भारत ने आज 290 किलोमीटर दूरी तक मार करने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (supersonic cruise missile) ब्रह्मोस (BrahMos) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
ब्रह्मोस (BrahMos) सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल आज 30 सितंबर, 2019 को ओडिशा (Odisha) के आईटीआर, चांदीपुर ( ITR, Chandipur) से सुबह 10.20 बजे सफलतापूर्वक टेस्ट फायर की गई।
भारत और रूस द्वारा संयुक्त रूप से विकसित तथा चारों दिशाओं में मार करने वाली ब्रह्मोस (BrahMos) मिसाइल का उपयोग भारत की तीनों सेनाओं (Indian Armed Forces) में किया जाएगा।
डीआरडीओ (DRDO) और ब्रह्मोस एयरोस्पेस (BrahMos Aerospace) द्वारा संयुक्त रूप से किए गए प्रक्षेपण के दौरान 290 किलोमीटर की अपनी पूरी श्रृंखला के लिए मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था।
इस सफल मिशन के साथ, दुर्जेय हथियार में स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल भारत के रक्षा स्वदेशीकरण और मेक इन इंडिया ’कार्यक्रम को बढ़ावा मिला है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh)ने ब्रह्मोस (BrahMos) के सफल मिशन के लिए टीम डीआरडीओ, ब्रह्मोस (BrahMos) और इंडस्ट्रीज को बधाई दी।
रक्षा विभाग, आरएंडडी और अध्यक्ष डीआरडीओ, डॉ जी सतीश रेड्डी और महानिदेशकों, मिसाइलों और सामरिक प्रणालियों के सचिव एमएसआर प्रसाद ने भी सफल प्रक्षेपण के लिए बधाई दी।
महानिदेशक (ब्रह्मोस) (BrahMos) डॉ सुधीर कुमार मिश्रा, निदेशक डीआरडीएल डॉ दशरथ राम और डॉ बीके दास निदेशक आईटीआर ने लॉन्च स्थल पर पूरे मिशन को समन्वित और देखा और भारत की ‘मेक इन इंडिया’ क्षमताओं को बढ़ाने में सफल उड़ान परीक्षण को एक ऐतिहासिक उपलब्धि करार दिया।
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