“भारत आने वाले वर्षों में सिंगल यूज प्लास्टिक (single use plastic ) पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध (completely ban) लगा देगा।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 09 सितंबर,2019 को ग्रेटर नोएडा में मरूस्थलीकरण (Desertification) से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र समझौते (यूएनसीसीडी) में शामिल देशों के 14वें सम्मेलन (कॉप 14) के उच्च स्तरीय खंड को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत प्रभावी योगदान देने के लिए तत्पर है क्योंकि हम दो वर्ष के कार्यकाल के लिए सह-अध्यक्ष का पदभार संभाल रहे हैं। सदियों से हमने भूमि को महत्व दिया है। भारतीय संस्कृति में पृथ्वी को पवित्र माना गया है और मां का दर्जा दिया गया है।
मोदी ने कहा कि जब हम बंजर भूमि (wasteland) का समाधान खोजते हैं तो हमें जल संकट के मुद्दे से भी निपटना होगा। पानी की अधिक आपूर्ति, जल के पुनर्भरण में बढोत्तरी, पानी कम बहना और भूमि में नमी बनी रहने जैसे उपाय समग्र भूमि और जल रणनीति के हिस्से हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मैं वैश्विक जल यूएनसीसीडी के नेतृत्व से ग्लोबर वाटर एक्शन एजेंड़ा बनाने का आह्वान करता हूं जो भूमि के बंजर (wasteland) होने की रोकथाम की रणनीति का केन्द्र बिन्दु है।
प्रधानमंत्री ने कहा “मैं इस मंच से यह घोषणा करना चाहता हूं कि भारत अपने कुल क्षेत्र की महत्वकांक्षाओं को बढ़ायेगा और अब से 2030 के बीच 21 मिलियन हैक्टेयर से 26 मिलियन हैक्टेयर तक अपनी बंजर भूमि (wasteland) को खेती योग्य बनायेगा।”
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