नई दिल्ली, 16 अक्टूबर | भारतीय उपभोक्ताओं में साल 2015 के मुकाबले इस त्योहारी मौसम में करीब 40 प्रतिशत मांग में बढ़ोतरी हुई है। उद्योग मंडल एसोचैम ने रविवार को एक सर्वेक्षण का हवाला देते हुए कहा कि अर्थव्यवस्था में आए उछाल और अच्छी नौकरियों की संभावना और ब्याज दरों में कमी से यह संभव हुआ है। एक विज्ञप्ति में एसोसिएटेड चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया ने कहा, “अर्थव्यवस्था में उछाल और अच्छी नौकरियों की संभावनाओं में सुधार के साथ ब्याज दरों में स्थिर कमी से उपभोक्ताओं की मांग में इस साल करीब 40 प्रतिशत की वृद्धि देखी जा रही है।”
कहा गया है, “ग्रामीण मांग से इस त्योहारी मांग में जोश आ रहा है। अच्छे मानसून की वजह से किसानों और खेतिहर मजदूरों के बीच विश्वास बढ़ा है। हालांकि, एसोचैम के पहले किए गए सर्वे के मुताबिक रियल एस्टेट और आवासीय मांग में बहुत कमी के संकेत हैं।”
People busy shopping for Laxmi Puja at a flower market in Kolkata on Oct 15, 2016. (Photo: Kuntal Chakrabarty/IANS
कहा गया है कि मांग में वृद्धि साफ तौर से ऑटोमोबाइल, यात्री कारों, दुपहिया वाहनों, मोबाइल हैंडसेट, उपभोक्ता वस्तुओं और फैशन के परिधानों की बिक्री से दिखाई दे रही है। हालांकि सबसे ज्यादा मांग पूर्वी और पश्चिमी इलाके में दिख रही है, जबकि इसमें उत्तरी इलाके में दिवाली के आसपास तेजी आने की संभावना है।
पाया गया कि पूर्व में कोलकाता और दूसरे प्रमुख शहरों में दुर्गा पूजी के दौरान खरीदारी की गई, जबकि महाराष्ट्र के पश्चिमी शहरों और गुजरात में नवरात्र के दौरान सामानों की शानदार बिक्री हुई।
सर्वेक्षण के अनुसार, अगले तीन महीनों में किराने के सामान की खरीदारी में 20 प्रतिशत, कम कीमत के परिधानों की खरीद में 52 प्रतिशत और जीवन शैली और फैशन सामानों की बिक्री में करीब 32 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है।
सर्वेक्षण में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरू, चेन्नई, अहमदाबाद, चंडीगढ़, लखनऊ और इंदौर के 22 से 34 और 35 से 45 साल के उपभोक्ताओं को शामिल किया गया है।
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