प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (National Register of Citizens ) का भारत में रहने वाले मुसलमानों (Muslims) से कोई लेना.देना नहीं है।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर पर कोई निर्णय नहीं लिया है, वह केवल असम राज्य से संबंधित है।
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने कहा कि हिंदुस्तान की मिट्टी के जो मुसलमान (Muslims) है,जो यहाँ पैदा हुए हैं, जिनके पुरखे माँ भारती की संतान हैं उन मुसलमानों से नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और एन आर सी (NRC) का कोई लेना देना नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम और एनआरसी के नाम पर देश के नागरिकों में फैलाये जा रहे भ्रम और अफवाह को सिरे ख़ारिज कर दिया कि सरकार मुसलमानों ( Muslims) को डिटेंशन सेंटर्स (Detention Centre) यनी हिरासत केन्द्रों में भेज देगी और मुसलमानों से नागरिकता के संबंध में कागजा़त माँगे जाएंगे।
दिल्ली के रामलीला मैदान (Ramleela maidan) में रविवार को आयोजित एक मेगा रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने दो टूक कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी की भी नागरिकता छीनने के लिए नहीं बल्कि नागरिकता देने के लिए है।
उन्होंने कहा कि एनआरसी के नाम पर झूठ फैलाया जा रहा है। नागरिकता संशोधन कानून 130 करोड़ देशवासियों के लिए नहीं है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि एक बार कानून को तो पढ़ कर देखें।
मोदी ने स्पष्ट शब्दों में किस देश में एक भी डिटेंशन सेंटर नहीं है यानी हिरासत केंद्र नहीं है। अफवाह फैला कर देश को तबाह किया जा रहा है यह झूठ है, झूठ है और झूठ है।
प्रधानमंत्री मोदी (P M Modi) ने सवाल किया जो राजनीतिक दल यह अफवाह फैला रहे हैं वे यह भी नहीं समझ रहे हैं कि घुसपैठियों और शरणार्थियों में फ़र्क होता है।
घुसपैंठियाँ अपनी पहचान छुपाता है और शरणार्थी अपनी पहचान बताता है।
उन्होंने कहा कि मुझे रास्ते से हटाने की हर कोशिश की जा रही है।
मोदी ने मुस्लिम देशों के साथ भारत के मजबूत और अच्छे संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि मुस्लिम देशों ने बड़ी संख्या में भारतीय कैदियों को छोड़ा है, बांग्लादेश के साथ भारत की प्रगाढ़ता है और बंटवारे के बाद की समस्याएं हल हो रही है। इन सारी बातों से कांग्रेस और विपक्षी दल पचा नहीं पा रहे हैं।
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