भारतीय नौसेना (Indian Navy) की समुद्रपारीय तैनाती के अंग के रूप में पहला प्रशिक्षण बेड़ा (First Training Squadron)14 से 17 अक्तूबर, 2019 तक दारेस्लाम (Daresla ) और जंजीबार (Zanzibar) का दौरा करेगा।
उल्लेखनीय है कि तंजानिया और भारत के बीच पारम्परिक गहरे और मैत्रिपूर्ण संबंध हैं और दोनों देश लोकतंत्र तथा विकास के साझा मूल्यों पर सहयोग करते हैं।
इसके तहत भारतीय नौसेना पोत (Indian Naval Ships ) तीर, सुजाता और शार्दुल तथा भारतीय तटरक्षक पोत सारथी (Indian Coast Guard Ship Sarathi) इसमें हिस्सा लेंगे।
इस दौरे में भारतीय पोत (Indian Ship) 14 अक्तूबर, 2019 को दारेस्लाम में और 15 से 17 अक्तूबर, 2019 को जंजीबार में लंगर डालेंगे।
भारतीय नौसेना (Indian Navy) के पोत मित्र देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मजबूत करने के लिए नियमित रूप से ऐसे दौरे किया करते हैं।
दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के अधीन भारतीय नौसेना (Indian Navy) का पहला प्रशिक्षण बेड़ा कोच्चि में स्थित है।
यह भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक सहित मित्र देशों के अफसर कैडेटों को प्रशिक्षण देता है।
प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में सीमैनशिप(Seamanship) , नेवीगेशन(Navigation) , शिप-हैंडलिंग (Shiphandling) , बोट-वर्क और इंजीनियरिंग का प्रशिक्षण शामिल है, जो आईटीएस पोतों पर दिया जाता है। इसके अलावा पोत संचालन का प्रशिक्षण आईएनएस तरंगिणी और आईएनएस सुदर्शनी पर प्रदान किया जाता है।
अपने दौरे में प्रथम प्रशिक्षण बेड़े के वरिष्ठ अधिकारी, तंजानिया सरकार तथा तंजानिया जन-सुरक्षा बलों के अधिकारियों और विभिन्न विशिष्टजनों से मुलाकात करेंगे।
दोनों देशों के बीच नियमित रूप से उच्च स्तरीय आदान-प्रदान और बातचीत होती रहती है, जिनमें द्विपक्षीय रक्षा सहयोग शामिल है।
प्रथम प्रशिक्षण बेड़े के वरिष्ठ अधिकारी कैप्टन वरुण सिंह हैं, जो आईएनएस तीर के भी कमान अधिकारी हैं।
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