मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के विशेष दल ने रविवार को देवास औद्योगिक क्षेत्र के 4 उद्योगों राज पॉयोनियर्स, जाजू सर्जिकल्स, केशव इण्डस्ट्रीज और शारदा मिनरल्स उद्योग से निकलने वाले दूषित जल के नमूने लिये हैं।
यह जल देवास शहर की नागधमन नदी में मिल कर क्षिप्रा नदी में मिलता है। बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि प्रदूषित जल के नमूनों की जाँच की जा रही है।
दोषी पाये जाने पर संबंधित उद्योगों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
पर्यावरण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने शनिवार को अधिकारियों की बैठक में देवास औद्योगिक क्षेत्र की उद्योग इकाइयों का आकस्मिक निरीक्षण करने के निर्देश दिये थे।
मंत्री ने देवास तथा नागदा स्थित उद्योगों पर विशेष निगरानी, नगरीय ठोस अपशिष्ट के नियमानुसार डिस्पोजल, नगरीय निकायों से उत्पन्न घरेलू दूषित जल उपचार की व्यवस्था पर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये थे।
पर्यावरण मंत्री ने ताप विद्युत गृह से उत्पन्न फ्लाई ऐश (राखड़) का उपयोग लोक निर्माण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों में टेण्डर की शर्त के रूप में रखे जाने के लिये भी कहा।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में संजय गाँधी पर्यावरण मिशन का गठन किया जायेगा। इसके साथ ही नर्मदा एवं अन्य महत्वपूर्ण नदियों के कैचमेंट एरिया में सामुदायिक वृक्षारोपण के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
इसके लिये उन्होंने अधिकारियों को कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये।
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