विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को राज्यसभा में जानकारी दी कि लगभग तीन साल पहले इराक में आईएसआईएस द्वारा मोसुल से अपहृत सभी 39 भारतीय मारे गए हैं।
सदन में स्वप्रेरित वक्तव्य देते हुए श्रीमती स्वराज ने कहा कि मारे गए भारतीयों के अवशेषों को वापस लाने के लिए उनके सहयोगी मंत्री जनरल वी के सिंह इराक जाएंगे ।
सुषमा स्वराज ने जानकारी दी कि मृतकों के अवशेष लेकर आने वाला विमान पहले पहले अमृतसर, फिर पटना और अंत में कोलकाता जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकार को इस बारे में कल जानकारी मिली थी कि 38 लोगों के डीएनए नमूने मिल गए हैं और 39 वें व्यक्ति के डीएनए का प्रतिशत 70 फीसदी ही है। लगभग तीन साल पहले मोसुल से 39 भारतीय अगवा किये गए थे।
उन्होंने कहा कि खतरनाक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अगवा भारतीय नागरिकों को मार डाला है।
श्रीमती स्वराज ने बताया कि मृतकों में पंजाब के 24 , हिमाचल के 4 , बिहार के 6 और बंगाल के 2 नागरिक शामिल हैं। बिहार के एक नागरिक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है किन्तु उसका नाम राजू यादव बताया गया है।
संसद के बाहर मीडिया से बात करते हुए जनरल सिंह ने कहा, कानूनी प्रक्रिया चल रही है और मृतकों के अवशेषों को वापस लाने में कुछ और दिन लग सकते हैं।
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