हैदराबाद, 28 अक्टूबर | केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों को निष्पक्षता बरतने, नम्र रहने व योग्य बनने की सलाह दी। यहां सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल पुलिस अकादमी (एसवीपीएनपीए) में पासिंग आउट परेड के दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को नैतिकता बरकरार रखने और खुद को जीवन के चौराहे पर पाने पर सीधा रास्ता अपनाने को कहा।
एसवीपी नेशनल पुलिस अकादमी में 68वें दीक्षांत समारोह में सलामी लेने के बाद जेटली ने ये बातें कहीं।
कुल 45 सप्ताह का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के कुल 109 प्रशिक्षु पास आउट हुए, जिनमें 26 महिलाएं व 15 विदेशी अधिकारी हैं।
जेटली ने कहा, “एक पुलिस अधिकारी को याद कीजिए जो कानून और केवल कानून के प्रति प्रतिबद्धता जताता है। उसका मूल्यांकन उसकी निष्पक्षता मानवीय व्यवहार व क्षमता के आधार पर होगा।”
उन्होंने कहा, “वैसे लोग जो लोगों की सेवा के प्रति कटिबद्ध होते हैं, वे हर गुजरते दिन के साथ अधिक से अधिक नम्र होते जाते हैं। मानवता, दया, चिंता व प्रतिबद्धता सब उनके व्यक्तित्व के महत्वपूर्ण पहलू होते हैं।”
अपराध की बदली प्रकृति की ओर इशारा करते हुए मंत्री ने कहा कि आतंकवाद समाज का सबसे बड़ा अभिशाप बन गया है। उन्होंने कहा, “आतंकवाद से कैसे लड़ा जाए, इसके लिए आपको सभी आधुनिक माध्यमों का इस्तेमाल करना होगा। साइबर अपराध, विस्तृत फॉरेंसिक विश्लेषणों से संबंधित अपराध, मादक पदार्थो की तस्करी अपराध के नए क्षेत्र हैं। ये सब ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें आपको खुद को प्रशिक्षित करने की जरूरत है और मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि आप में से प्रत्येक व्यक्ति खुद को प्रतिदिन प्रशिक्षित करेंगे।”
उन्होंने प्रशिक्षुओं को सलाह दी कि जब भी वे खुद को आंतरिक संघर्ष में घिरा महसूस करें, तो वे इस तरह का फैसला लें, जिसमें नैतिकता आपके पक्ष में हो।
सालान पासिंग आउट परेड प्रत्येक साल 31 अक्टूबर को होता है, जो सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है।
वित्त मंत्री ने कहा कि देश को आजादी मिलने के बाद पटेल मात्र ढाई साल तक जीवित रहे, लेकिन इस छोटी सी अवधि में उन्होंने एक महान राष्ट्र के निर्माण के लिए विभिन्न प्रांतों को एकजुट किया।
उन्होंने कहा, “सीमा पार से सत्ता प्रतिष्ठान से स्वतंत्र संगठित तत्वों तथा कट्टरपंथियों की तरफ से आतंकवाद में तेजी से वृद्धि हुई है।” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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