नई दिल्ली, 23 नवंबर | कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति की मांग की और कहा कि नोटबंदी को लेकर उठाए जाने वाले कदम के बारे में वित्त मंत्री को भी नहीं पता था। संसद भवन परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के पास अन्य 12 विपक्षी पार्टियों के साथ विरोध जता रहे राहुल ने कहा, “मोदी पॉप संगीत कार्यक्रम में जा कर बोल सकते हैं, लेकिन संसद में नहीं, जहां 200 विपक्षी सांसद यहां उनकी उपस्थिति की मांग कर रहे हैं।”
राहुल ने कहा, “प्रधानमंत्री को यहां आना, बैठना, बहस करना और हमलोगों को सुनना चाहिए। हम महसूस करते हैं कि नोटबंदी एक घोटाला है और हम एक संयुक्त संसदीय समिति से इसकी जांच कराने की मांग करते हैं।”
वाम दलों और आम आदमी पार्टी को छोड़ कर 13 विपक्षी पार्टियों ने बुधवार को नोटबंदी पर प्रधानमंत्री की लगातार चुप्पी के खिलाफ संयुक्त रूप से आवाज उठाई।
राहुल ने पूछा, “वह यहां आने से क्यों डरते हैं?”
नोटबंदी को विश्व का सबसे बड़ा ‘जल्दबाजी में बिना विचार किए किया गया प्रयोग’ करार देते हुए राहुल ने कहा कि वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी इस निर्णय के बार में नहीं पता था।
हालांकि, उन्होंने तुरंत कहा कि कई उद्योगपतियों और भाजपा के सदस्यों को नोटबंदी के निर्णय के बारे में काफी पहले से पता था।
राहुल ने कहा, “निर्णय लेने से पहले प्रधानमंत्री ने किसी से भी नहीं पूछा, यहां तक कि वित्त मंत्री और मुख्य आर्थिक सलाहकार से भी नहीं। लेकिन भाजपा के भीतर कई लोगों और उद्योगपतियों को जानकारी थी। निर्णय लेने से पहले बैंकों में बड़े पैमाने पर धनराशि जमा कराई गई।” –आईएएनएस
(फाइल फोटो)
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