नई दिल्ली, 22 मई (जनसमा)। केंद्रीय वित्त मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक और मामला दर्ज कराते हुए 10 करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा दायर किया है। जेटली ने यह मुकदमा केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी द्वारा उनके लिए ‘धूर्त’ शब्द के इस्तेमाल को लेकर किया है।
बता दें कि जेटली की ओर से दायर आपराधिक मानहानि के मामले में अरविंद केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी की ओर से आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया गया। इस बारे में जब जेटली के वकीलों ने विरोध किया और कहा कि इस शब्द का प्रयोग वकील अपनी ओर से कर रहे हैं या फिर अपने मुवक्किल की इजाजत से कर रहे हैं, इस पर राम जेठमलानी ने कहा कि वह अपने मुवक्किल के कहे अनुसार काम कर रहे हैं। इस जवाब के जवाब में सोमवार को अरुण जेटली की ओर से अरविंद केजरीवाल पर एक और सिविल मानहानि का मामला दर्ज किया गया है।
जेटली और वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के बीच 17 मई को अदालत में ‘धूर्त’ शब्द को लेकर तीखी नोकझोक हो गई थी, जो पहले के मानहानि मामले में बहस के दौरान इस्तेमाल किया गया। जेठमलानी ने कहा, “मैं दिखाने की मंशा रखता हूं कि यह आदमी (जेटली) एक धूर्त है।” इस पर मंत्री ने कड़ा एतराज जताया था।
जेठमलानी द्वारा यह कहने के बाद कि वह अपनी बात साबित करना चाहते है कि केंद्रीय मंत्री धूर्त हैं, जेटली ने कहा, “मैं प्रतिवादी (केजरीवाल) के खिलाफ आरोपों को और गंभीर करूंगा.. व्यक्तिगत द्वेष की भी कोई सीमा होती है।”
जेटली के वकील ने जेठमलानी द्वारा मंत्री को ‘अपराध का दोषी व धूर्त’ कहने पर आपत्ति जताई थी।
मंत्री द्वारा दायर दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) मानहानि मामले में जेठमलानी, जेटली से जिरह कर रहे थे।
जेटली ने दिसंबर 2015 में केजरीवाल और आप के नेताओं कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चड्ढा व दीपक बाजपेयी पर डीडीसीए से जुड़े मामले में उन पर ‘झूठा व मानहानिकारक’ बयान देने का दावा करते हुए एक मानहानि का मामला दायर किया। जेटली ने कहा कि इनके बयान से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। जेटली ने केजरीवाल और आप के अन्य नेताओं से डीडीसीएम मामले में भी दस करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है।
जेटली ने दावा किया कि आप नेताओं ने उन पर दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन में अनियमितताओं व वित्तीय घोटाले करने का आरोप लगाया जिसके वह करीब 13 साल अध्यक्ष रहे हैं।
(फाइल फोटो)
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