नई दिल्ली, 14 जून (जनसमा)| विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के तौर पर भारत ने दक्षिण कोरिया को अपनी पूंजी और तकनीक को भारत में निवेश करने का प्रस्ताव दिया और दक्षिण कोरिया ने अपने आर्थिक साझेदारी में विविधता लाने के लिए भारत को भी प्रस्ताव दिया है।
यह प्रस्ताव दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में बुद्धवार को वित्त, कॉरपोरेटर अफेयर्स और रक्षा मंत्री अरूण जेटली ने कोरिया के नव नियुक्त उप प्रधान मंत्री और वित्त मंत्री किम डोंग योन के साथ वार्ता के दौरान रखा गया।
Minister for Finance, Corporate Affairs and Defence Arun Jaitley Arun Jaitley and Deputy Prime Minister and Finance Minister of the Republic of Korea, Mr Kim Dong-yeon Photo courtesy Embassy of India, Seoul, Republic of Korea
दोनों ही पक्षों के बीच भारत में आधारभूत परियोजनाओं के समझौतों पर हस्ताक्षर किए। जिनमें से 9 अरब डॉलर का ऋण रियायती दर पर देने और एक अरब डॉलर विकास परियोजनाओं के लिए है। इससे पहले जेटली ने कोरिया के रक्षा मंत्री जनरल हान मिन कू से भी मुलाकात की।
किम डोंग-योन ने कहा कि भारत के वित्त मंत्री अरूण जेटली उनके कार्यकाल के दौरान कोरिया का दौरा करने वाले पहले विदेशी प्रतिनिधि हैं। कोरिया की नई सरकार भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत और कोरिया के बीच द्विपक्षीय संबंधों के संदर्भ में दोनों ही मंत्रियों ने अंतर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की समीक्षा की।
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