अंबिकापुर, 1 फरवरी | छत्तीसगढ़ के मुख्य आयकर आयुक्त केसी घुमरिया ने कहा है कि नोटबंदीद के बाद छत्तीसगढ़ के जनधन खातों में भी व्यापक अनियमितताएं की गई हैं। यहां के सहकारी बैंक भी जांच के दायरे में हैं, सिर्फ रायपुर सहकारी बैंक में ही चार सौ करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं। प्रदेश के दूसरे सहकारी बैंकों में भी बड़ी राशि जमा कराई गई होगी। यहां आयकर सेवा केंद्र के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्य आयकर आयुक्त ने स्वीकार किया कि प्रदेश के जनधन खातों में भी बड़ी राशि जमा कराई गई है। अपनी संपत्ति व नगद राशि छिपाने की मंशा से लोगों ने दूसरों के बैंक खातों में रकम जमा कराई है, लेकिन यह रकम कितनी है, यह बताने की स्थिति में वह नहीं हैं।
उन्होंने कहा वह यह भी नहीं बता सकते कि जनधन खातों में छत्तीसगढ़ में जमा रकम देश के अन्य राज्यों की तुलना में कौन से नंबर पर है। उन्होंने बताया कि विमुद्रीकरण के बाद खातों पर नजर रखने का काम विभाग की विजिलेंस शाखा कर रही थी, लेकिन अब संयुक्त रूप से काम चल रहा है।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर के माध्यम से विस्तृत जांच की जा रही है। अघोषित आय व बेनामी संपत्ति के मामले में सर्वे व छापे की कार्रवाई भी चल रही है। अभी भी ऐसे लोगों के पास मौका है कि वे प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में सहभागी बनकर निश्चिंत हो सकते हैं।
मुख्य आयकर आयुक्त ने कहा कि विभागीय तौर पर कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो चुका है। आयकर विभाग की ²ष्टि से सरगुजांचल उत्पादक क्षेत्र है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में सरगुजांचल के कर दाताओं की ओर से बेहतर रिस्पांस मिलेगा और सरकार की मंशानुरूप राशि भी जमा होगी।
–आईएएनएस
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