नई दिल्ली, 07 मई (जनसमा)। भारत ने जापानी कंपनियों से आग्रह किया कि वे भारत में मेट्रो रेल परियोजनाओं के लिए डिब्बे बनाने के काम में मदद करे। वित्त मंत्री अरुण जेटली और जापान के वित्त मंत्री तारो असो ने रविवार को भारत और जापान के बीच बढ़ते संतुलन को महसूस किया और भारत-जापान द्विपक्षीय आर्थिक सहयोग का और विस्तार करने के लिए काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
जेटली ने जापान के वित्त मंत्री के साथ द्विपक्षीय विचार-विमर्श में मेक इन इंडिया कार्यक्रम के अंतर्गत किए गए उपायों को भी स्पष्ट किया। उन्होंने जापानी कंपनियों को आमंत्रित किया कि वे भारत में सुविधाएं कायम करने में निवेश करें।
बाद में जेटली ने एशियाई विकास बैंक के अध्यक्ष ताकेहिको नाकाओ के साथ भी एक बैठक की, जिसमें भारत और एशियाई विकास बैंक के बीच आपसी संबंधों पर चर्चा हुई। इस बात पर संतोष व्यक्त करते हुए कि भारत एशियाई विकास बैंक का सबसे बड़ा ग्राहक है, जेटली ने एडीबी अध्यक्ष से अपील की कि चूंकि यह बैंक विकासशील सदस्यों को सेवाएं प्रदान करता है, अत: वे सुनिश्चित करें कि एडीबी के प्रचालन और संसाधन आयोजना में विकासशील देशों के नज़रिये को प्राथमिकता दी जाये।
जेटली जापान की तीन दिन की सरकारी यात्रा पर हैं। वे वहां अन्य बातों के अलावा एशियाई विकास बैंक के गवर्नरों की वार्षिक बैठक में हिस्सा लेगें। वित्त मंत्री के साथ आर्थिक कार्य विभाग के सचिव शक्ति कांत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी गए हैं।
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