नई दिल्ली, 4 अप्रैल | आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के मानहानि केस में अब फिर एक नया ट्विस्ट आ गया है। जाने माने वकील राम जेठमलानी ने कहा है कि वह केवल पैसे वालों से ही फीस लेते हैं जबकि गरीबों के लिए वह मुफ्त में काम करते हैं।
जेठमलानी ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ दायर मानहानि का मुकदमा लड़ने के लिए अगर केजरीवाल उन्हें फीस नहीं दे सकते, तो वह बिना फीस के ही उनका मुकदमा लड़ेंगे। जेठमलानी ने मीडिया से यह बात तब कही, जब केजरीवाल ने कथित तौर पर दिल्ली सरकार को पत्र लिखा है कि वह जेठमलानी द्वारा भेजे गए 3.4 करोड़ रुपये के बिल का भुगतान कर दे।
जेठमलानी ने कहा, “मैं केवल अमीरों से फीस लेता हूं, लेकिन गरीबों के लिए मुफ्त में काम करता हूं। अगर सरकार (दिल्ली) फीस अदा नहीं करती है या वह (केजरीवाल) पैसे नहीं दे सकते हैं, तो मैं मुफ्त में मुकदमा लड़ूंगा। मैं उन्हें अपना एक गरीब मुवक्किल मानूंगा।”
उन्होंने जेटली पर आरोप लगाया कि उन्हीं ने इन सब बातों को भड़काया है, क्योंकि वह उनकी जिरह से भयभीत हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि राम जेठमलानी इस केस में अरविंद केजरीवाल की ओर से केस लड़ रहे हैं। पहले कहा गया था कि वह इस केस में कोई फीस नहीं लेंगे लेकिन हाल ही जो दिसंबर माह के पहले हफ्ते में लिखी चिट्ठी से खुलासा हुआ है कि राम जेठमलानी ने अपनी फीस की मांग की है। राम जेठमलानी के इस कदम पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कहा कि जेठमलानी ने पहले तो फीस नहीं लेने की बात कही थी, लेकिन अब उन्होंने बिल भेज दिया है।
(फाइल फोटो)
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