रांची, 08 सितम्बर (जनसमा)। संपूर्ण साक्षरता की दिशा में झारखंड सरकार ने यह संकल्प लिया है कि वर्ष 2019-20 तक झारखंड राज्य को पूर्ण साक्षर बनायेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री झारखंड की अगुवाई में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग अपने इस लक्ष्य को अवश्य हासिल करेगा।
यह बात झारखंड के रांची मे आयोजित विश्व साक्षरता दिवस कार्यक्रम मे उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अपने संबोधन में कही।
उन्होंने कहा कि निरक्षरता एक अभिशाप है। किसी भी राष्ट्र के विकास में सबसे बड़ी बाधा निरक्षरता ही है। निरक्षरता के कारण जनता अपने अधिकार एवं कर्त्तव्यों को ठीक से नहीं समझ पाती है। जिसके कारण उन्हें सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास की सभी योजनाओं का पूरा-पूरा लाभ नहीं मिल पाता।
झारखंड एक आदिवासी बहुल राज्य है एवं सर्वाधिक आबादी आदिवासी जनता की ही है। जब तक राज्य का प्रत्येक नागरिक साक्षर नहीं हो जाता है तब तक विकास की योजनायें समुचित रूप से हर एक नागरिक तक नहीं पहुंचेंगी। “सबका साथ सबका विकास” तभी सुनिश्चित हो सकता है जब पूरा झारखंड प्रदेश साक्षर हो।
Follow @JansamacharNews