बेंगलुरू, 28 मार्च | कर्नाटक की मुख्य महानगर दंडाधिकारी की एक अदालत ने साल 2005 में इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) आतंकवादी हमले के संदिग्ध हबीब मियां को 14 दिनों की रिमांड पर भेज दिया। अगरतला में गिरफ्तारी के एक दिन बाद पश्चिमी त्रिपुरा के जिला दंडाधिकारी तथा समाहर्ता मिलिंद रामटेके ने कर्नाटक आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) को 18 मार्च को हबीब को चार दिन की ट्रांजिट रिमांड दी थी।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) एस.रवि ने संवाददाताओं से कहा, “हबीब मियां 10 दिनों से पुलिस हिरासत में था। उससे पूछताछ के बाद हमने उसे न्यायिक हिरासत के लिए सौंप दिया था। उसने सबाहुद्दीन को मदद करने की बात स्वीकार की है, जो आईआईएससी हमले का मुख्य आरोपी है।”
भारत सरकार द्वारा 2008 में जारी डाक टिकिट फोटो सौजन्य भारतीय विज्ञान संस्थान
आईआईएससी पर 28 दिसंबर, 2005 को हमला हुआ था, जब वहां एक सम्मेलन चल रहा था। हमले में एक वैज्ञानिक की मौत हो गई थी, जबकि पांच लोग घायल हो गए थे।
रवि ने कहा, “मियां ने स्वीकार किया है कि वह अगरतला की एक मस्जिद में तीन दिनों तक सबाहुद्दीन से मिला। उसने यह भी कहा है कि सबाहुद्दीन को सीमा पार कर बांग्लादेश पहुंचाने के लिए मदद करने के बदले उसे 800 रुपये मिले थे।”
–आईएएनएस
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