नई दिल्ली , 13 सितम्बर | केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कर्नाटक और तमिलनाडु की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि कावेरी जल विवाद पर हिंसा का कोई औचित्य नहीं है, वह भी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद। नायडू ने यहां संवाददाताओं से कहा, “सर्वोच्च न्यायालय से कावेरी नदी का जल तमिलनाडु के लिए छोड़ने का निर्देश जारी होने के बाद पड़ोसी राज्यों कर्नाटक और तमिलनाडु में हिंसा बहुत विचलित करने वाली है। इस तरह की हिंसा को किसी भी आधार पर उचित नहीं ठहराया जा सकता, वह भी तब जबकि फैसला देश की सर्वोच्च अदालत से आया हो।”
फाइल फोटो: आईएएनएस
मंत्री ने मीडिया से भी अपील की कि इन दो राज्यों की घटनाओं की खबरें देते समय संयम बरतें।
नायडू ने कहा कि इस मुद्दे पर सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश दिया है और दोनों राज्यों के नेतृत्व को इसका तरीका ढूंढना चाहिए कि इससे कैसे निपटें।
उन्होंने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं कि पानी एक संवेदनशील एवं भावनात्मक मुद्दा है, विशेषकर जब उसकी कमी हो। अच्छा तो यह होता कि ऐसे मुद्दों का समाधान संबंधित पक्षों के बीच बातचीत से होता। कावेरी जल मुद्दा न्यायालय के विचाराधीन है और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों राज्यों की सुनने के बाद यह निर्देश जारी किया है। इसके बावजूद कोई यदि मुद्दा है तो दोनों राज्यों के नेतृत्व उस पर चर्चा कर सकते हैं और कोई रास्ता निकाल सकते हैं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दोनों राज्यों की जनता से शांति बनाए रखने और हिंसक गतिविधियों में शामिल नहीं होने की अपील की है। –आईएएनएस
Follow @JansamacharNews