कश्मीर मुद्दे (Kashmir issue) पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता स्वीकार करना राष्ट्रीय गौरव के खिलाफ है।
यह स्पष्ट करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि कश्मीर मुद्दे (Kashmir issue) पर तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का कोई सवाल नहीं है क्योंकि यह शिमला समझौते के खिलाफ है।
शून्यकाल के दौरान लोकसभा में एक बयान देते हुए सिंह ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने सदन में पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (US President Donald Trump) के साथ ओसाका में हुई मुलाकात के दौरान कश्मीर मुद्दा (Kashmir issue) नहीं था।
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर भी मौजूद थे।
फोटो साभार लोक सभा टीवी
सिंह ने यह भी कहा कि जब भी पाकिस्तान के साथ वार्ता होगी, न केवल कश्मीर बल्कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का भी सवाल होगा।
लोकसभा में डीएमके और टीएमसी सहित कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने कश्मीर मुद्दे (Kashmir issue) पर रक्षा मंत्री के बयान से पहले वॉकआउट किया।
इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कश्मीर मुद्दे (Kashmir issue) पर प्रधानमंत्री के बयान की मांग की।
इस मुद्दे पर लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों ने अपनी मांग को लेकर शोर.शराबा भी किया।
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