नई दिल्ली, 11 मई। कजाखस्तान गणराज्य (Republic of Kazakhstan) ने चीन (China) की उस खबर को फेक बताया है जिसमें कहा गया था कि कजाख वायरस (Kazakh virus) से दुनिया को एक और खतरा पैदा हो गया है।
कज़ाख सरकार ने इस खबर के बारे में एक इमेज भी जारी की जिस पर फेक न्यूज (Fake news) मार्क किया गया है। शुक्रवार 10 जुलाई को कजाखस्तान गणराज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Healthcare ) ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि चीनी मीडिया की रिपोर्टें वास्तविकता (reality) के अनुरूप नहीं है।
उल्लेखनीय है कि चीनी मीडिया और चीनी दूतावास ने कहा था कि यह कोरोना से भी खतरनाक वायरस (more deadly than coronavirus) है। इससे अब तक 1700 लोगों की जान जा चुकी है। यह वायरस कैसे फैला, अभी तक इसके स्रोत का पता नहीं चल पा रहा है।
Image courtesy Ministry of Healthcare, Republic of Kazakhstan
कजाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री एलेक्सी टॉसी ने कहा कि देश में अन्य देशों की तरह कोविड-19 के प्रसार को स्थिर करने के उद्देश्य से प्रबंध किया जारहा है और निमोनिया (Pneumonia) के मामलों का रिकॉर्ड और निगरानी की जारही है।
कजाखस्तान गणराज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि चीनी मीडिया की रिपोर्टें सही नहीं (fake news) हैं।
इससे पहले शुक्रवार को समाचार ऐजेंसी हिन्दुस्तान समाचार ने शाम को जारी खबर में कहा था कि कजाकिस्तान के वायरस को लेकर दुनिया में एक नया डर उत्पन्न हो रहा है।
हिन्दुस्तान समाचार ने साथ ही यह भी कहा कि हालांकि आज कजाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह कहकर लोगों को थोड़ी राहत दी है कि कजाकिस्तान के इस वायरस से न्यूमोनिया (Kazakh Pneumonia) का अटैक आ रहा है, लेकिन यह नया नहीं है। पिछले एक साल से कजाकिस्तान में यह फैला हुआ है। इस वायरस पर अभी और सूचना एकत्र की जा रही है।
सबसे पहले 9 जुलाई को कजाकिस्तान स्थित चीनी दूतावास ने वहां रह रहे अपने नागरिकों के लिए यह अलर्ट जारी किया कि कजाकिस्तान का यह वायरस कोरोना से भी खतरनाक है और इससे मरने की संख्या भी ज्यादा होने की जानकारी मिल रही है।
चीनी दूतावास ने ही जानकारी दी कि रोजाना इस कजाक वायरस से सैकड़ों लोग बीमार पड़ रहे हैं और इससे अब तक 1700 लोगों की जान जा चुकी है।
कजाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज कहा कि मध्य जून से इस वायरस से संक्रमित लोग न्यूमोनिया (Kazakh Pneumonia) की शिकायत के साथ ज्यादा आ रहे हैं।
कजाक स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस वायरल न्यूमोनिया वाले वायरस की इटियोलाॅजी, यानी इसके होने के कारण, का पता नहीं चल पाया है। लेकिन यह कहना कि यह वायरस महामारी का कारण बन गया है, सही नहीं है।
कजाक स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि जिस तरह से चीन ने इसके बारे में बताया है वह सच्चाई नहीं है। चीनी दूतावास ने कहा था कि इस अनजान वायरस से जो 1,772 लोग मरे हैं उनमें से कई चीन के भी नागरिक हैं। अकेले जून में कुल 628 लोग इस नए वायरस से अपनी जान गवां चुके हैं। ।
कजाकी न्यूज एजेंसी काजइनफोर्म के अनुसार राजधानी क्षेत्र नूर सुल्तान में इस साल जून में पिछले साल के मुकाबले दुगने संक्रमित लोग सामने आए।
इस न्यूज़ एजेंसी का कहना है कि लगभग 200 लोग रोजाना ही संक्रमित होकर अस्पताल आ रहे हैं।
चीन ने कजाकिस्तान में रह रहे अपने नागरिकों को यह सलाह दी है कि बिना किसी जरूरत के घर से बाहर ना निकले और भीड़ वाली जगह से बचें। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी कहा है कि इस अनजान वायरस के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि पिछले साल जून के मुकाबले इस साल जून में इस वायरस से संक्रमितों की संख्या में 300 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
जून 2019 में इस वायरस से बीमार लोगों की संख्या 7,964 थी, जबकि जून 2020 में यह संख्या बढ़कर 32,724 हो गई थी। पिछले साल जून में इस वायरस से मरने वालों की संख्या 274 थी, जबकि जून 2020 में 628।
दुनिया के पास जब तक इस वायरस के बारे में सही तस्वीर नहीं आएगी, तब तक लोगों में एक अनजान डर बना रहेगा।
Related