केजरीवाल के हवाला कारोबारियों से संबंध : कपिल मिश्रा

नई दिल्ली, 19 मई (जनसमा)। आम आदमी पार्टी (आप) से निलंबित कपिल मिश्रा का आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को कपिल मिश्रा ने केजरीवाल और हवाला लेनदेन में शामिल लोगों के बीच गठजोड़ का आरोप लगाया। इस आरोप का सत्तारूढ़ आप ने खंडन किया है।

फोटो : मीडिया से बातचीत के दौरान कपिल मिश्रा। (आईएएनएस)

उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी में हवाला कंपनियों का पैसा है। हवाला के पैसों पर जवाब नहीं मिला है। अरविंद केजरीवाल ने जानबूझकर सच छुपाने के लिए मुकेश शर्मा को लेकर आए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपने ऊपर लगे आरोपों की निष्पक्ष जांच के लिए पद छोड़ दें।

मिश्रा ने मीडिया से कहा कि एक झूठा वीडियो केजरीवाल द्वारा बीते रोज (गुरुवार) रीट्वीट किया गया, जिसमें दावा किया गया कि (दिल्ली के व्यापारी) मुकेश शर्मा द्वारा आम आदमी पार्टी को 2014 में दो करोड़ रुपये की राशि चंदे में दी गई थी।

कपिल मिश्रा ने आगे कहा कि हेमराज को छुपाने के लिए मुकेश शर्मा को सामने लाया गया है। केजरीवाल अपने हवाला कनेक्शन पर परदा डालना चाहते हैं। जांच अरविंद केजरीवाल के घर तक पहुंच गई है इसलिए बलि का बकरा बनाकर मुकेश शर्मा को सामने लेकर आए हैं। आयकर विभाग और ईडी हेमप्रकाश शर्मा को ढूंढ रही है।

इन आरोपों का खंडन करते हुए आप के प्रवक्ता संजय सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी ने राजनीतिक चंदा स्वीकार करते समय सभी नियमों और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया है। उन्होंने कहा, “सभी लेनदेन बैंक के जरिए किए गए और कोई नकद लेनदेन या गुप्त लेनदेन नहीं किया गया।”

उन्होंने आप नेताओं के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), आयकर विभाग, प्र्वतन निदेशालय (ईडी) और पुलिस के इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। आप नेता ने कहा, “दिल्ली पुलिस ने हम लोगों के खिलाफ जांच को लेकर सभी हदें पार कर दी हैं, यहां तक कि उन्होंने सोमनाथ भारती के कुत्ते तक को नहीं छोड़ा।”

सिंह ने कहा कि किसी भी आप नेता ने कोई गलती नहीं की है। उन्होंने कहा, “यदि हमारे नेता किसी भी गलत काम में शामिल होते तो वे पुलिस से नहीं बच पाते।” उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने राजनीतिक चंदा स्वीकारने में सबसे अधिक पारदर्शिता बरतने के लिए पार्टी की तारीफ की थी।

इससे पहले अपने आरोपों को उजागर करते हुए कपिल मिश्रा ने कहा कि चार कंपनियों -स्काईलाइन मेटल एवं एलॉयज प्राइवेट लिमिटेड, गोल्डमाइन बिल्डकॉन प्रा. लिमिटेड, इंफोलाइन सॉफ्टवेयर सोल्यूशन लिमिटेड और सनविजन कंपनी- से आप ने 2014 में दो करोड़ रुपये चंदा लिए थे। इन कंपनियों का लेटरहेड दिखाते हुए मिश्रा ने कहा कि उनके पास अपने दावों को साबित करने के लिए साक्ष्य हैं।

वहीं, आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने इस मामले में कहा कि आप पर लगाए आरोप निराधार हैं। चंदा देने वाली हर कंपनी की जांच करना हमारे लिए संभव नहीं। बीजेपी और कांग्रेस में चंदा गलत तरीके से आता है। 15 हजार लोग हर साल हमें चंदा देते हैं। कपिल मिश्रा के आरोपों पर जवाब देना उनके आरोपों पर तवज्जों देना है।