सियोल, 15 फरवरी | दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसी के प्रमुख ने बुधवार को पुष्टि की है कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के सौतेले भाई की मलेशिया में जहर देकर हत्या कर दी गई है। समाचार एजेंसी योनहप के अनुसार, राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) के निदेशक ली ब्योंग-हो ने कहा कि पिछले पांच सालों से प्योंगयांग किम जोंग-नेम की हत्या के प्रयास में लगा हुआ था, जो चीन सरकार के सुरक्षा में थे।
नेशनल असेंबली की खुफिया समिति के साथ बैठक के दौरान ली ने पुष्टि की है कि किम को हवाईअड्डे पर जहर देकर मारा गया। हालांकि यह अभी भी पता लगाने की जरूरत है कि हत्या में सुई का इस्तेमाल किया गया था या रासायनिक स्प्रे का।
एजेंसी ने कहा है कि हत्या की सूचना चार घंटे बाद दी गई।
किम मकाऊ जाने के लिए हवाईअड्डे पर थे, जब उन्होंने दो ‘एशियाई’ महिलाओं से बातचीत करने के बाद कर्मचारियों से मदद की गुहार लगाई। किम ने अस्पताल जाने के क्रम में रास्ते में ही दम तोड़ दिया था।
मलेशियाई अधिकारियों का मानना है कि किम की मौत जहर के कारण हुई है। हालांकि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। एजेंसी ने कहा कि संदिग्ध अभी भी मलेशिया में पहुंच से दूर हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रतिनिधि किम ब्यंग-की के अनुसार, ली ने कहा, “साल 2012 में भी किम की हत्या का प्रयास किया गया था।” ली ने कहा कि सौतेले भाई की हत्या का प्रयास लगता है कि किम जोंग उन के ‘मानसिक विकार’ का नतीजा है, न कि कुर्सी पर खतरे का नतीजा।
एनआईएस प्रमुख ने सांसदों से यह भी कहा, “किम ने 2012 में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने अपने और अपने परिवार को बचाने के लिए कहा था।”
किम जोंग-नेम की एक पत्नी वर्तमान में बेटे के साथ बीजिंग में रहती हैं, वहीं दूसरी पत्नी मकाऊ में एक बेटे और एक बेटी के साथ रहती हैं। सभी चीन सरकार की सुरक्षा में हैं।
एजेंसी ने कहा कि किम ने कभी दक्षिण कोरिया से शरण का आग्रह नहीं किया, न ही उत्तर कोरिया की सत्ता के लिए।
दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय ने भी कहा है कि निश्चित तौर पर किम मलेशिया में ही मारे गए हैं। –आईएएनएस
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