मंदसौर जिले के पर्यटन स्थल गांधी सागर में 17 से 26 फरवरी तक झील महोत्सव आयोजित किया जा रहा हैं।
मध्यप्रदेश में वन्य पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार ने बजट में 99 करोड़ रूपये स्वीकृत किये हैं। इससे गांधीसागर में पर्यटन विकास को प्राथमिकता दी जायेगी।
यह जानकारी पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र पटवा ने मंदसौर जिले में झील महोत्सव का औपचारिक शुभारंभ करने के बाद सोमवार को मंदसौर जिले के पर्यटन स्थल गांधी सागर में दी।
झील महोत्सव में आने वाले पर्यटकों के लिये मंदसौर जिले में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर, सम्राट यशोवर्धन संग्रहालय, श्री नटनागर शोध संस्थान, सौंधनी, सेवा कुंज, लदूना, खेजड़िया भोप की गुफाएँ, दूधाखेड़ी, धर्मराजेश्वर मंदिर, पोला डुंगर (गरोठ) एवं हिंगलाजगढ़ का किला आकर्षण के महत्वपूर्ण केन्द्र हैं।
वर्तमान में मध्यप्रदेश में 3 लाख से भी अधिक पर्यटक आते हैं। पर्यटन के क्षेत्र में किये गये सराहनीय कार्यों के लिए मध्यप्रदेश को पिछले वर्षो में देश का बेस्ट स्टेट टूरिज्म अवार्ड मिला है।
जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रमोशन काउन्सिल एक्टिव हैए जो पर्यटन को बढ़ावा दे रही है। इसी काउन्सिल के द्वारा गांधीसागर में झील महोत्सव के आयोजन को लेकर सभी तैयारियां की गई।
मंदसौर जिले में पशुपतिनाथ मंदिर पर सांस्कृतिक प्रोग्राम के लिए प्रयास किये जायेंगे। आने वाले वर्ष में झील महोत्सव के दौरान विशेष तौर पर तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगे। इनमें कैलाश खैर जैसी फिल्मी हस्तियों को आमंत्रित किया जायेगा।
महोत्सव का प्रमुख आकर्षण एडवेंचर एक्टिविटीज (रोमांचक गतिविधियाँ) होंगी। इसमें एरियल(हवाई) एडवेंचर एक्टिविटीज में हॉट एअर बैलून, पैरामोटर्स, पैराग्लाइडिंग, वाल क्लाइम्बिंग, कमांडो नेट एवं रोप ड्रिल की गतिविधियों का पर्यटक आनंद ले सकेंगे।
महोत्सव में काइट फेस्टिवल कार्निवाल, क्राफ्ट बाजार, फूड बाजार, इवनिंग क्रूज, इवनिंग एन्टरटेन्मेंट में म्यूजिक बैण्ड, लोक संगीत और बैण्ड के साथ कवि सम्मेलन जैसी प्रमुख गतिविधियाँ भी पर्यटको को आकर्षित करेगी। इस अवसर पर नौका दौड़ प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है।
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